अपनी समस्याओं को लेकर सदर विधायक से मिलने पहुंचा अप्टेक का प्रतिनिधि मंडल
- अस्वस्थ होने के कारण नही मिल पाये विधायक, सोमवार को मिलने का दिया समय
- प्रतिनिधि मंडल 50 प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति व वैक्सिनेटेड बच्चों के साथ कोचिंग सेंटर खोलने की कर रहे है मांग
गिरिडीह। कोचिंग सेंटर से जुड़ी संस्था अप्टेक का एक प्रतिनिधि मंडल रविवार को एक बार फिर अपनी समस्याओं को लेकर सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे। लेकिन विधायक के अस्वस्थ होने के कारण मुलाकात नही हो पाई। हालांकि उन्होनंे फोन पर सोमवार को मिलने का भरोसा दिया है।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल अप्टेक के उपाध्यक्ष नागेंद्र सिंह ने कहा कि अब बहुत हो गया, सब्र का बांध अब टूटने की स्थिति में है। शिक्षक धैर्य की पराकाष्ठा कर रहे हैं लेकिन अब धैर्य रखना संभव नहीं। सरकार को वैसे कोचिंग संस्थान खोलने की अनुमति देनी चाहिए जिसमें 18़ से ऊपर वाले विद्यार्थी पढ़ने जाते हैं क्योंकि सभी वैक्सीनेट हो रहे हैं। सैकड़ो परिवार कोचिंग सेंटर पर टिका हुआ है, सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
संस्था के सचिव अधिवक्ता सूरज नयन ने कहा कि सरकार को इस ओर अविलंब ध्यान देना चाहिए। जहाँ होटल, पार्क, जिम, सिनेमाघर, मॉल आदि खोलने की अनुमति दे दी गयी है, वहीं कोचिंग सेंटर को बंद रखा गया है। जबकि कोचिंग सेंटर बंद रहने से बच्चों का शैक्षणिक भविष्य अधर में लटका हुआ है। सरकार को 50 प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति व वैक्सिनेटेड बच्चों के साथ कोचिंग सेंटर खोलने की अनुमति देनी चाहिए।
संयुक्त सचिव आलोक मिश्रा ने कहा की लगभग डेढ़ वर्ष से कोचिंग सेंटर बंद हैं। इस पर पूरी तरह निर्भर कोचिंग संचालको के समक्ष बड़ी विकट परिस्थिती बनी हुई है। कुछ कोचिंग संचालकों ने तो परिस्थिति से हार मानकर अपना व्यवसाय ही बदल दिया है। सरकार को अविलंब इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल अप्टेक के उपाध्यक्ष नागेंद्र सिंह, सचिव अधिवक्ता सूरज नयन, संयुक्त सचिव आलोक मिश्रा, मिंटू कुमार, अनिल चक्रम, मीडिया प्रभारी प्रणव मिश्रा पवन रजवार, रविन्द्र विद्यार्थी, मो.आफताब, उदय मुर्मू ,किशोर कुमार मंडल, अजय मंडल, शशि वर्मा, राजीव कुमार, विजय कुमार सही लगभग 50 कोचिंग सेंटर के संचालक उपस्थित थे। वहीं संस्था के अध्यक्ष राजेश सिन्हा रांची में होने के कारण वर्चुअल उपस्थित थे।