निर्माण मजदूरों ने श्रम विभाग कार्यालय पर किया विशाल प्रदर्शन
- मजदूर विरोधी लेबर कोड कानून रद्द करने सहित की कई मांगों को लेकर सोंपा ज्ञापन
- लेबर कार्ड होने के बाद मजदूरों को नहीं मिल रही सारी सुविधाएं: प्रेम प्रकाश
कोडरमा। भवन कामगारों का संगठन निर्माण मजदूर यूनियन के बैनर तले मजदूरों के ज्वलंत मांगों को लेकर श्रम अधीक्षक कार्यालय के समक्ष महिला पुरुष मजदूरों ने मंगलवार को रोषपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व यूनियन के संयोजक और मजदूर नेता प्रेम प्रकाश कर रहे थे। इससे पूर्व ब्लॉक मैदान से एक विशाल जुलूस निकाला गया जो ब्लॉक रोड, तिलैया मुख्य बाजार, पूर्णिमा टॉकीज, सामंतो पेट्रोल पंप होते हुए श्रम कल्याण मैदान पहुंचकर विशाल प्रदर्शन व सभा में तब्दील हो गया। जुलूस में मजदूर विरोधी लेबर कोड कानून रद्द करो, निर्माण मजदूरों को अधिकार देना होगा, लेबर कार्ड का नवीकरण करना होगा, मजदूरों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा देना होगा, दुर्घटना बीमा देना होगा सरीखे नारे लगाए जा रहे थे।
सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में खड़ी हो रही है बेरोजगारों की फौज
यूनियन के संयोजक प्रेम प्रकाश ने कहा कि मजदूरों का लगातार शोषण किया जा रहा है। मजदूरों के पास लेबर कार्ड होने के बावजूद उनको सारी सुविधाएं नहीं दी जा रही है। प्रावधान होने के बावजूद भवन निर्माण के काम करने के दौरान दुर्घटना होने पर मजदूरों को कोई मुआवजा नहीं मिलता है। इसलिए मजदूर सड़क पर उतरने को मजबूर हैं। मजदूर कर्मचारी समन्वय समिति के जिला सचिव दिनेश रविदास ने कहा कि सरकारी कर्मचारी अपनी लड़ाई के साथ-साथ मजदूरों के अधिकार के लिए हमेशा आवाज उठाते रहा है। केंद्र सरकार ने 44 श्रम कानून में संशोधन कर चार लेबर कोड में बदलकर मजदूरों के अधिकार को कम कर दिया है। हजारों मजदूरों के शहादत से प्राप्त काम के घंटे 8 से बढ़ाकर 12 घंटा कर दिया गया है। सरकारी नौकरी को समाप्त किया जा रहा है। देश में बेरोजगारों की फौज खड़ी हो रही है। उपर से मजदूरों के अधिकारों को कुचला जा रहा है। जिसके खिलाफ संघर्ष ही एकमात्र रास्ता है।
हर तरफ हो रहा महिलाओं का शोषण: मीरा देवी
आंगनवाड़ी संघ की प्रदेश अध्यक्षा और सीटू नेत्री मीरा देवी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा मजदूरों पर चैतरफा हमला किया जा रहा है। किसान विरोधी कृषि कानून के खिलाफ 90 दिनों से किसान संघर्षरत है, लेकिन इनकी बात नहीं सुनी जा रहीं है। स्कीम वर्कर्स जिसमें ज्यादा महिलाएं काम करती है उनका शोषण किया जा रहा है। निर्माण मजदूरों में भी महिलाएं शोषण का शिकार होती है। महिला मजदूर जिन्हें रेजा भी कहा जाता है, उन्हें कम मजदूरी मिलती है। हर तरफ महिलाओं का शोषण होता है। समान काम का समान वेतन के लिए सीटू लगातर अंदोलन कर रही है।
प्रदर्शन में थे शामिल
सभा को सीटू नेता प्रकाश यादव, शम्भु पासवान, बालेश्वर राम, राजेन्द्र पासवान, नागेश्वर दास, सहदेव दास, तालेश्वर राम व बसंती देवी ने सम्बोधित किया। धन्यवाद ज्ञापन शम्भु पासवान ने किया। प्रदर्शन के उपरान्त 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल श्रम अधीक्षक से मिलकर मांग पत्र सौंपा। जिस पर श्रम अधीक्षक ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में बद्री तुरी, बसंती देवी, मीना देवी, उषा देवी, नंदलाल पासवान, शक्ति दास, रंगीला भुइंया, अरुण कुमार दास, कार्तिक राम, पप्पु दास, गंगिया मसोमात, बिंदा देवी, लालिया देवी, सविया खातून, रुकसाना खातून, अकीला खातून, तौहीद खान, लीलधारी दास, हरिहर सिंह, कलावती सहित सैकड़ों की संख्या में मजदूर उपस्थित थे।