उपायुक्त आदित्य रंजन की अध्यक्षता में चाइल्ड लाईन सलाहकार बोर्ड की हुई बैठक
- रेस्क्यू बच्चों की देख-रेख व शिक्षा प्रदान करने के लिए पंचायत स्तर पर चिन्हित किया जाएगा फोस्टर केयर
- बाल शोषण के दुष्प्रभावों का करंे प्रचार-प्रसार
कोडरमा। समाहरणालय सभागार में उपायुक्त आदित्य रंजन की अध्यक्षता में चाइल्ड लाईन सलाहकार बोर्ड की बैठक हुई। बैठक में सर्वप्रथम चाइल्ड लाईन सलाहकार बोर्ड के सदस्यों के द्वारा बाल श्रम, बाल विवाह एवं बाल शोषण से संबंधित किये जा रहे कार्यों के बारे में उपायुक्त को अवगत कराया। उपायुक्त ने चाइल्ड लाईन सलाहकार बोर्ड के सदस्यों द्वारा किये जा रहे कार्यों को सराहा। उन्होंने कहा कि बाल श्रम, बाल विवाह एवं बाल शोषण से संबंधित कार्य करने के दौरान जब बच्चे का रेस्क्यू किया जाता है, तो उन बच्चों की शिक्षा, विकास व देख-भाल के लिए बेहतर कार्य करने की जरुरत है। वैसे बच्चों की देखरेख या शिक्षा प्रदान करने को लेकर पंचायत स्तर पर फोस्टर केयर चिन्हित करें। वैसे फैमिली जो रेस्क्यू बच्चों की देख-भाल करेंगे, जिला प्रशासन के द्वारा हरसंभव मदद किया जायेगा।
उपायुक्त श्री रंजन ने कहा कि पंचायत व ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति को मजबूत करना, बच्चों से संबंधित पंजी का संधारण करना एवं बैठक पंजी की नियमित उपयोग करें। श्रम अधीक्षक के द्वारा बोर्ड के सदस्यों को बताया गया कि वैसे बच्चे, जो काम करते हुए भी अच्छी शिक्षा प्राप्त किये और वे परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त किया हो, वैसे बच्चों को चिन्हित करें ताकि जिला प्रशासन के द्वारा उन्हें सम्मानित किया जायेगा।
कहा कि बालश्रम, बाल विवाह औऱ बाल शोषण के दुष्प्रभाव एवं सामाजिक प्रभाव के साथ-साथ चाइल्ड लाइन टोल फ्री न. 1098 का वृहद रुप से प्रचार प्रसार करें। स्कूल बसों, कॉमशियल वाहनों एवं अन्य वाहनों में चाइल्ड लाइन टोल फ्री न. 1098 का स्टीकर चिपकाये एवं दीवान लेकर गांव स्तर पर लोगों को बालश्रम, बाल विवाह औऱ बाल शोषण के प्रति जागरुक करें।
मौके पर सिविल सर्जन डॉ डीके सक्सेना, डीएसपी संजीव कुमार, श्रम अधीक्षक अभिषेक वर्मा, खेल पदाधिकारी प्रवीण कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी शिवनंदन बड़ाईक, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह, चाइल्ड लाईन सलाहकार बोर्ड के सदस्यगण मौजूद थे।