मुख्यमंत्री मईया सम्मान योजना सिर्फ एक चुनावी स्टंट: सुनील पासवान
- विधानसभा चुनाव को देखते हुए सिर्फ महिलाओं को दिग्भ्रमित करने के लिए लाई गई है ये योजना
गिरिडीह। भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता सह निवर्तमान महापौर सुनील पासवान ने कहा कि पूरे राज्य में चलाए जा रहे मुख्यमंत्री मइंया सम्मान योजना पूर्ण रूप से चुनावी स्टंट साबित हो रहा है। कहा कि इस योजना में लगातार देखा जा रहा है कि किस प्रकार से माताएं बहनों को तंग किया जा रहा है और किस तरह से पंचायत सचिवालय में फॉर्म भरने के लिए चक्कर लगा रही है। जबकि उस फॉर्म में ही साफ है कि योजना को लागू होने की स्वीकृति दिसंबर माह के बाद से है। जिससे स्पष्ट होता है कि यह योजना आगामी विधानसभा चुनाव में माताओं व बहनों को बरगलाकर कर उनका वोट लेने का एक षड्यंत्र मात्र है।
कहा कि फॉर्म भरते भरते दिसंबर माह और जनवरी माह तक इस योजना को मंजूरी मिलेगी तब तक नवंबर दिसंबर में विधानसभा चुनाव हो जाएंगा और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पता है कि सत्ता में वापस आना नहीं है तो इसलिए उन्होंने एक चुनावी स्टंट तैयार कर जनता को दिग्भ्रमित करने के लिए इस योजना को लाए है। कहा कि पिछले चुनाव में भी उन्होंने राज्य की जनता को खासकर युवाओं को बरगलाने का काम किया था और सत्ता में आने के बाद युवाओं के लिए सरकार ने क्या किया ये सब जानते है। कहा कि इस राज्य के युवा उनका साथ छोड़ चुके हैं, इस चीज की जानकारी उन्हें लग चुकी है तो अब लगे हैं इस राज्य की गरीब माता बहनों को ठगने का एक नया चुनावी स्टंट निकाला है।