चाईबास पुलिस पहुंची गिरिडीह के पीरटांड, तीन कुख्यात और इनामी माओवादियों के घर चिपकाया इश्तिहार
- एक महीने के अंदर सरेंडर करने का दिया अल्टीमेटम, होगी कुर्की जप्ती
गिरिडीह। चाईबासा पुलिस मंगलवार को गिरिडीह के पीरटांड़ पहुंची और पीरटांड़ के साथ हरलाडीह ओपी पुलिस के साथ कई माओवादियों के घर समेत उसके आसपास के इलाकों में इश्तिहार चिपकाया। चाईबासा से आई पुलिस ने पीरटांड़ और हरलाडीह पुलिस के साथ सबसे पहले कुख्यात और इनामी नक्सली मिसिर बेसरा के घर पहुंचे और चाईबासा के जराईकेला थाना कांड संख्या 06/2011 के नामजद अभियुक्त मिसिर बेसरा के घर कोर्ट में संरेडर करने और नहीं करने पर कुर्की जब्ती का वंारट चिपकाया।
इस दौरान पुलिस पदाधिकारियों ने मिसिर बेसरा के घर के आसपास के इलाके में भी इश्तिहार साटा। जबकि जराईकेला थाना कांड संख्या 07/2011 के नामजद अभियुक्त और पीरटांड इलाके के कुंख्यात और इनामी नक्सली अजय महतो उर्फ टाईगर के पांडेयडीह स्थित घर में संरेडर करने का इश्तिहार लगाया। जबकि इसी मामले में दुसरे इनामी माओवादी गिरिश दा उर्फ उत्तम दा उर्फ नमन जी उर्फ धीरेन दा के घर के इश्तिहार चिपकाने के साथ गिरिश के घर के समीप कई चाौक-चोराहों में इश्तिहार लगाते हुए एक माह के भीतर चाईबासा कोर्ट में संरेडर करने का निर्देश दिया। संरेडर नहीं करने पर तीनों इनामी माओवादी के घर कुर्की जब्ती करने का अल्टीमेटम भी चाईबास पुलिस ने इस दौरान दिया।
जानकारी के अनुसार तीनों कुख्यात माओवादियों को दबोचने के लिए गिरिडीह समेत कई जिलों की पुलिस और कई नेशनल जांच एजंेसियां प्रयास कर थक चुकी। लेकिन पिछले कई दशक से फरार तीनों कुख्यात माओवादियों को पकड़ना तो दूर इनके ठिकानों का पता लगाने में पुलिस नाकाम रही।