कृषि कानून के खिलाफ शनिवार को महाराणा प्रताप चैक पर चक्का जाम
सभी विपक्षी दलों से समर्थन का किया अहवान
कोडरमा। केन्द्र सरकार के द्वारा लाया गया तीन कृषि कानून को रद्द करने की मांग को लेकर अढ़ाई महीने से आंदोलनरत किसान संगठनों के आह्वान पर 6 फरवरी शनिवार को 12 बजे से तीन बजे तक देशव्यापी चक्का जाम की सफलता के लिए सीटू नेता संजय पासवान की अध्यक्षता मंे किसान संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई। बैठक में किसान आंदोलन के साथ एकजुटता के लिए शनिवार को महाराणा प्रताप चैक पर राँची पटना रोड जाम करने का निर्णय लिया गया। इससे पूर्व पूर्णिमा टॉकिज परिसर से महाराणा प्रताप चैक तक एक जुलूस भी निकाला जाएगा। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार किसानों पर दमन कर रही है. कंपकपाती ठंढ़ में संघर्षरत किसानों को रोकने के लिए लोहे के किले, कटीली तार लगाए जा रहे हैं। उनका पानी रोका जा रहा है और मीडिया को भी जाने से रोका जा रहा है। इसलिए यह लड़ाई किसानी और खेती को बचाने के साथ-साथ देश की आजादी, लोकतंत्र और संविधान बचाने की लड़ाई है।
किसान मोर्चा ने सभी धर्मनिरपेक्ष दलों, प्रगतिशील संगठनों, छात्र, नौजवान, मजदूर, किसान, महिला व बुद्धिजिवीयों से चक्का जाम में शामिल होने और किसानों के साथ एकजुट होने की अपील किया। बैठक में जिप सदस्य महादेव राम, सीटू नेता संजय पासवान, सिविल सोसाइटी के उदय द्विवेदी, भाकपा नेता प्रकाश रजक, आप के दामोदर यादव, निर्माण मजदूर यूनियन के प्रेम प्रकाश, बसपा नेता प्रकाश अम्बेडकर, उप प्रमुख बिरेन्द्र यादव, कांग्रेस नेता व मुखिया धीरज रजक, किसान नेता महेश सिहं, अर्जुन यादव, सचिदानन्द पाण्डेय आदि मौजूद थे।
कृषि कानून के खिलाफ देशव्यापी चक्का जाम को राजद ने दिया समर्थन
कोडरमा। कृषि कानून के खिलाफ संघर्ष कर रहे किसानों के द्वारा आहुत शनिवार को देशव्यापी चक्का जाम को राष्ट्रीय जनता दल ने समर्थन की घोषणा किया है। बयान जारी कर राजद के जिलाध्यक्ष रामधन यादव ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लाया गया तीन कृषि कानून की वापसी को लेकर पिछले 72 दिनों से दिल्ली सहित देशभर मे किसान आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन भाजपा सरकार द्वारा इनकी मांगों को मानने के बजाय किसानों पर दमन कर रही है। इसलिए राष्ट्रीय जनता दल परिवार किसानों की मांगों के साथ एकजुट है और 6 फरवरी को आहुत चक्का जाम का समर्थन करता है और कार्यकर्ताओं से चक्का जाम में शामिल होने की अपील करते हैं।