सदर अस्पताल में संचालित डायलेसिस सेवा ठप किए जाने को लेकर एजेंसी के खिलाफ गिरिडीह नगर थाना में केस दर्ज
गिरिडीहः
गलत बिल का भुगतान कराने के प्रयास और आपात सेवा को ठप करने के आरोप में सदर अस्पताल में संचालित डायलेसिस सेवा के एजेंसी के खिलाफ गिरिडीह नगर थाना में केस दर्ज कराया गया है। इसकी पुष्टि सिविल सर्जन डा. शिव प्रसाद मिश्रा ने भी किया है। जानकारी के अनुसार सिविल सर्जन के निर्देश पर अस्पताल उपाधीक्षक ने नगर थाना को आवेदन देकर डायलेसिस सेवा के एजेंसी संजीवनी स्काई के खिलाफ केस दर्ज कराया है। थाना को दिए आवेदन में अस्पताल उपाधीक्षक ने थाना को दिए आवेदन में आरोप लगाते हुए कहा कि एजेंसी संजीवनी स्काई ने आपात स्थिति में दो बार डायलेसिस सेवा को बगैर सूचना के ठप कर दिया था। जिसके कारण मरीजों ने रोड जाम किया, और मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। जबकि सेवा ठप करने का कारण एजेंसी ने बकाया भुगतान नहीं होना बताया था। बताते चले कि संजीवनी स्काई ने तीन माह पहले 14 लाख का बिल सिविल सर्जन कार्यालय को दिया था। एजेंसी द्वारा बिल देने के बाद से ही भुगतान का दबाव बनाया जा रहा था। भुगतान नहीं होने पर एजेंसी ने दो बार मरीजों की डायलेसिस सेवा को ठप कर दिया था। लेकिन बिल मिलने के बाद जब जांच किया गया, तो एजेंसी द्वारा गलत बिलिंग का मामला सामने आया। लिहाजा, इसी आपात सेवा को ठप करने के मामले में ही संजीवनी स्काई के खिलाफ नगर थाना में केस दर्ज कराया गया। गौरतलब है कि गिरिडीह सदर अस्पताल में राज्य सरकार के साथ हुए एमओयू के आधार पर डायलेसिस सेवा की शुरुआत किया गया था।