गिरिडीह के धनवार में भाजपा ने किया हेमंत हटाओ झारखंड बचाओ रैली का आयोजन, हेमंत सरकार पर बरसे भाजपा नेता
गिरिडीहः
हेमंत सरकार के खिलाफ गिरिडीह भाजपा का हेमंत हटाओ झारखंड बचाओ आंदोलन का कांरवा सोमवार को धनवार पहुंचा। जहां हजारांे की संख्या में समर्थकों की भीड़ जुटी, तो उनका हौसला बढ़ाने के लिए पूर्व सीएम बाबूलाल मंराडी, जिलाध्यक्ष महादेव दुबे, जमुआ विधायक केदार हाजरा, पूर्व सांसद रवीन्द्र राय, प्रर्देश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साहु, सूनील अग्रवाल, अजय रंजन और सूबोध राय भी शामिल हुए। धनवार में भाजपा के हेमंत हटाओ घरखंड बचाओ रैली के दौरान समर्थकों के हुजूम के उत्साह ने नेताओं का उत्साह बढ़ा दिया। लिहाजा, पूर्व सीएम मंराडी समेत तमाम बड़े नेता भी कार्यकर्ताओं के साथ पहले रैली निकाला।
और हेमंत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। एक-एक कार्यकर्ता हाथों में पार्टी का झंडा लिए शामिल हुए। और राज्य सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए धनवार का भ्रमण किया। धनवार भ्रमण के बाद भाजपा की रैली धनवार प्रखंड कार्यालय पहुंचा। जहां रैली में मौजूद कार्यकर्ता और समर्थकों के जनसमूह को संबोधिक करते हुए पूर्व सीएम मंराडी ने कहा कि हेमंत सरकार के दिन पूरे हो चुके है। और अब हेमंत सरकार आखिरी सांस गिन रही है। क्योंकि ईडी के सामने पेश नहीं हुए तो सीएम हेमंत को कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है। पूरे प्रर्देश में सिर्फ लूट मची हुई है अधिकारी से लेकर सत्तारुढ़ दल झामुमो और कांग्रेस के विधायक व नेता जमीन से लेकर खनिजों को लूटने में व्यस्त है। महिलाओं के खिलाफ हिंसा बढ़ती जा रही है। और राज्य सरकार चिंता मुक्त है।
इस दौरान पूर्व सांसद राय ने भी हेमंत सरकार पर कड़े प्रहार किए। और कहा कि गठन के बाद राज्य में ऐसे पहली सरकार बनी है जिसका मकसद सिर्फ लूटने तक सीमित हो कर रह चुका है। पहले सीएम लूट रहे थे, और अब झामुमो-कांग्रेस के विधायक और नेता तक लूट रहे है। जबकि रैली को जमुआ विधायक केदार हाजरा, प्रर्देश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साहु, पूर्व अध्यक्ष सुनील अग्रवाल और सूबोध राय ने भी संबोधित किया। वहीं रैली में नकुल राय, मीरा तिवारी, पवन साव, उदय सिंह, नुनूलाल मंराडी, संजय साव, कृष्ण देव रजक, प्रणव वर्मा, राजेन्द्र यादव, महेन्द्र चाौधरी, अजय मिस्त्री, प्रधुम्न वर्मा, देवेन्द्र गुप्ता, ओमप्रकाश वर्मा, महेश राय, अर्जुन राय समेत हजारों की संख्या में भाजपा नेता, कार्यकर्ता और समर्थक शामिल हुए। रैली में आदिवासी भी पांरपरिक ढोल-नगाड़ो के साथ शामिल हुए थे। ढोल-नगाड़े के साथ रैली ने पूरे धनवार का भ्रमण किया।