झारखंड-बिहार के सीमा पर स्थित उजवे आदिवासी गांव में बिहार पुलिस की छापेमारी
- पचास पेटी अंग्रेजी शराब व महुआ किया जप्ता
- ग्रामीणों ने मारपीट करने व बक्सा का ताला तोड़कर रूपये ले जाने का लगाया आरोप
गिरिडीह। झारखंड-बिहार के सीमा पर स्थित मंसाडीह पंचायत के उजवे आदिवासी गांव में अंग्रेजी शराब की बिहार सप्लाई करने के मामले में बिहार पुलिस ने गांव में दो दिन लगातार छापेमारी कर पचास पेटी अंग्रेजी शराब व महुआ जप्त कर बिहार ले गई। इस दौरान ग्रामीणों की पिटाई के साथ कई घर से बक्सा की ताला तोड़ हजारो रुपये नगदी ले जाने से ग्रामीणों में पुलिस के प्रति नाराजगी व्याप्त है। जिसकी सूचना लोकाय थाना पुलिस को नही है। बिहार पुलिस की कार्यवाही में बिहार के एक सकलदेव साव जो शराब कारोबारी है, उसकी संलिप्तता दिखाई देना कही न कही शराब माफिया का खेल लग रहा है।
शनिवार से लगातार दो तीन दिनों तक हुई छापेमारी
बता दे कि उजवे में बिहार पुलिस की छापेमारी शनिवार दोपहर को की गई। शनिवार को उजवे के तालों हेम्ब्रोम व ढुदु हेम्ब्रोम के घर से लगभग पचास पेटी अंग्रेजी शराब जप्त की गई। इसके अलावा दस बोरा महुआ को बिहार पुलिस ग्रामीणों के सहयोग से उजवे के पहाड़ी के रास्ते बिहार ले गई। दुसरे दिन रविवार को पुनः बिहार पुलिस सीआरपीएफ के साथ साठ-सत्तर की संख्या में पहुंच कर एक-एक घर तलाश की गई। इस दौरान जो घर में नही थे। उनके घर में भी घूस कर बक्सा का ताला तोड़कर हजारो रुपये ले लिए। जब इसका ग्रामीणों ने विरोध किया तो मारपीट की गई। बक्सा का ताला तोड़कर ग्यारह सौ रुपये ले गए। सबसे बड़ी रकम उजवे के ही जोहन हेम्ब्रोम के बक्सा की ताला तोड़कर इकतीस हजार रुपये जो सूरत से कमा कर घर बनाने को रखा था ले लिया। संझली हेम्ब्रोम, तालों हेम्ब्रोम, ढुदु हेम्ब्रोम का भी कई बक्सा का ताला व कुंडी तोड़ा गया। ग्रामीणों में पुलिस के इस गुंडागर्दी से आक्रोशित है।
कमीशन के लालच में बिहार में करते है शराब की सप्लाई
ग्रामीणों व जिसके घर में अंग्रेजी शराब रखा गया था उसके गृहस्वामी ढुदु हेम्ब्रोम ने कहा दस बीस रुपये के लालच में चंदौरी के कथित आशीष राम, संजय, संतोष, राजेश साव, बिपिन व घसनी के मनोहर सहित कई लोगों के द्वारा बिहार सप्लाई के लिये रात को रख कर सुबह बिहार भेज दी जाती थी। इस मामले को लेकर लोकाय थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार राय ने कहा कि शनिवार को गिरिडिह क्राइम मीटिंग में गए थे। बिहार से पुलिस द्वारा उजवे गांव में छापेमारी करने की जानकारी नही है।