बंगाल: भाजपा के तूफानगंज बंद के दौरान सियासी झड़प, पुलिसिया लाठीचार्ज
कोलकाता। भाजपा के बूथ सचिव काला चंद्र कर्मकार की पीट-पीटकर हत्या का आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लगाते हुए गुरुवार को तूफानगंज महकमा में बुलाये गये भाजपाईयों के बंद के दौरान सियासी झड़प हो गयी। बंद को सफल बनाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर गाड़ियों का आवागमन रोक दिया। दुकान हाट-बाजार को जबरन बंद कराया। जबकि इसके विरोध में तृणमूल ने भी रैली निकाल निकाली। नतून बाजार इलाके में काफी उत्तेजना का माहौल देखा गया। भाजपा और तृणमूल समर्थक आपस में भिड़ गए। जगह-जगह पुलिस बल तैनात किए गया। स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस ने भाजपा समर्थकों पर लाठीचार्ज भी किया जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए।
सियासी झड़प और भाजपाईयों पर पुलिसिया लाठीजांर्च के दौरान भाजपा के पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ भी की गई। बंगाल में राजनीतिक हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले के टीटागढ़ के बामनगाछी इलाके में बुधवार देर रात भाजपा कार्यालय को जला दिया गया। कार्यालय जलाने का आरोप सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर लगा है। इस घटना के खिलाफ गुरुवार सुबह कल्याणी एक्सप्रेसवे पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क अवरुद्ध कर दिया। बाद में पुलिस ने समझा-बुझाकर अवरोध हटाया।
दूसरी ओर उत्तर 24 परगना के जगदल में बुधवार देर रात एक स्थानीय तृणमूल नेता की हत्या कर दी गई। जिला तृणमूल के अध्यक्ष व राज्य के खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने हत्या के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है और कहा कि इसके पीछे बैरकपुर से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह का हाथ है। उनका कहना है कि तृणमूल का उस इलाके में वर्चस्व हो गया था इसीलिए भाजपा इससे जल रही थी और उनके नेता की हत्या कर दी गई। इधर, भाजपा सांसद अर्जुन सिंह का कहना है कि मृतक एक नंबर का चोर था। उसका अपराधिक रिकॉर्ड है। वह चोरी करने गया था उसी दौरान स्थानीय लोगों ने पीट-पीटकर उसे मार डाला। तृणमूल ने भाजपा सांसद के इन आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि वह उसकी पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता था।