बोर्ड भंग होते ही गिरिडीह नगर निगम ने दिखाया अपना रंग, बढ़ाया शहर के दुकानदारों का किराया, विरोध में किया गया प्रदर्शन
गिरिडीहः
गिरिडीह नगर निगम ने शहरी क्षेत्र में अपने दुकानों का किराया अचानक बढ़ा दिया। यहां तक कि दुकानदारांे को कोई नोटिस जारी कर कोई सूचना तक नहीं दिया गया। और ना ही कोई सुझाव लिया गया। लेकिन दो दिन पहले निगम ने करीब दो सौ प्रतिशत का किरायए में इजाफा कर दुकानदारों को नए दर से किराए का भुगतान करने का फरमान भी जारी कर दिया। लिहाजा, निगम के इस निर्णय का विरोध होना था, और शनिवार को इसका विरोध स्थानीय दुकानदारों ने कड़े तेवर के साथ विरोध किया। शहरी क्षेत्र के कई दुकानदार शनिवार को बस पड़ाव में जुटे, और निगम के फैसले का विरोध जमकर करते हुए कहा कि तीन साल में एक बार 10 फीसदी किराया बढ़ाने का प्रस्ताव है। और अब बोर्ड भंग होते ही निगम ने अपना रवैया दिखाना शुरु कर दिया। निगम के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे दुकानदारों में कुंदन केसरी, हरमिंदर सिंह बग्गा, मंटु चाौरसिया, अमित कुमार, मनोज केसरिया, रतन आजाद समेत कई दुकानदार इस दौरान शामिल हुए। और निगम के फैसले के खिलाफ विरोध जताया। और कहा कि यह कैसे संभव है कि निगम शहर के बेरोजगार दुकानदारों पर इतना जुल्म ढा सकता है। सरकार ने बेरोजगारों को रोजगार देन के मकसद से दुकान आवंटित किया था। और अब निगम अपने किरायेदार दुकानदारों पर जुल्म कर रहा है।