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छठ पूजा पर लगी रोक पर सोशल मीडिया में हेंमत सरकार की किरकिरी होते देख गिरिडीह विधायक ने दिया पुर्नविचार आवेदन, तो पूजा समितियोें ने भी कहा गलत फैसला

आदेश जारी होने के बाद भी गिरिडीह के छठ घाटों पर चलता रहा सफाई अभियान, लोग हुए भ्रमित

गिरिडीहः
नदी-तालाबों और जलस्त्रोतों पर सार्वजनिक रुप से छठ पूजा पर पांबदी लगाने से जुड़े मुख्य सचिव के आदेश के एक पत्र के बाद हलचल तेज हो गई। सोमवार की सुबह लोगों की नींद टूटी। और लोगों ने डिजीटल मीडिया में खबरों को पढ़ा। तो कई तरह की प्रतिक्रिया देना शुरु कर दिए। यहां तक सोशल मीडिया में भी हेंमत सरकार के फैसले को जनविरोधी बताया गया। सोशल मीडिया में हेंमत सरकार की जमकर किरकिरी होने के बाद गिरिडीह के सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू सोमवार को ही रांची में सीएम हेंमत सोरेन से मिलकर फैसले पर पुर्नविचार करने का मांग किया। तो दुसरी तरफ पूर्व भाजपा विधायक निर्भय शाहाबादी भी हेंमत सरकार के निर्णय को गलत ठहराते हुए फैसले को तुंरत वापस लेने का मांग किया। बहरहाल, मुख्य सचिव के एक पत्र ने हलचल मचाया। तो दुसरी तरफ मुख्य सचिव के आदेश के बाद भी गिरिडीह नगर निगम द्वारा लोकआस्था के महापर्व छठ पूजा को देखते हुए निगम के 28 घाटों पर सफाई कार्य युद्धस्तर पर चलता रहा। जबकि मुख्य सचिव का आदेश पत्र रविवार की देर रात ही जारी हो चुका था। लोकआस्था से जुड़े खबर पर जारी आदेश को लेकर डिजीटल मीडिया के माध्यम से सोमवार अहले सुबह लोग खबर को पढ़ चुके थे।


श्रद्धा और आस्था से जुड़े इस महापर्व पर लगी पांबदी से एक तरफ जहां लोगों में आक्रोश था। तो दुसरी तरफ छठ घाटों पर चल रहे युद्धस्तर पर सफाई अभियान पर भ्रमित भी थे। कमोवेश, सफाई कार्य एक-दो नहीं। बल्कि निगम के 20 छठ घाटों पर लगातार जारी था। मुख्य अरगाघाट छठ पर तो मजदूरों के अलावे जेसीबी से सफाई कार्य किया जा रहा था। जबकि दीनदयाल छठ घाट, शिवशक्ति घाट, पचंबा बुढ़वा अहार तालाब समेत कई छठ घाटों पर सफाई कार्य जारी ही रहा। यही नही छठ घाट तक पहुंचने वाले रास्तों से लेकर छठ घाट पर रौशनी की व्यवस्था का कार्य भी चल रहा था। लिहाजा, लोगो के बीच सारा दिन यही खबर चर्चा का विषय रहा।


इस दौरान निगम के प्रमुख छठ घाट मकतपुर छठ पूजा समिति के सक्रिय सदस्य विकास शर्मा ने राज्य सरकार के फैसले की कड़ी निंदा करते हुए लोकआस्था के इस महापर्व पर ऐसे फैसले आस्था पर कुठाराघात है। ऐसे त्योहारों पर सरकार को सहयोग करने का भरोषा दिलाना चाहिए। लेकिन यहां इसके उल्ट गलत फैसले लिए जाते है। सदस्य विकास शर्मा ने यह भी कहा कि त्योहार के दौरान छठ पूजा समिति की और से कोविद-19 के नियमों के पालन करने की अपील की जाएगी। इधर विहिप नेता सुरेश रजक ने भी हेंमत सरकार के निर्णय को गलत बताते हुए कहा कि लोकआस्था पर पांबदी लगाना बिल्कुल अनुचित है।

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