गिरिडीह के बालगृह समवंय संस्था मरियम में लड़कियां ढाई साल तक होती रही जुल्म का शिकार, अब हुआ कड़ी कार्रवाई का निर्देश
जांच रिपोर्ट में जुल्म ऐसे कि जिक्र करना संभव नहीं, संचालिका का बेटा और नाईट गार्ड लड़कियों का लेता था अश्लील फोटो
कोडरमा की रहने वाली संचालिका व उसका बेटा रसूखदार होने के बाद बचते रहे ढाई सालों तक
गिरिडीहः
समाज कल्याण विभाग के अधीन संचालित गिरिडीह के इकलौते बालगृह में रहने वाली लड़कियां ढाई सालांे तक जुल्म का शिकार होती रही। लड़कियों पर हो रहे जुल्म की जानकारी जब डीसी राहुल सिन्हा को मिली। तो डीसी गंभीर हुए, और बालगृह का संचालन करने वाली संस्था समंवय संस्था मरियम कोडरमा का है। जिसे रद्द करने का अनुशंसा राज्य सरकार के पास भेजा। तो ढाई सालों बाद तीन दिन पहले सरकार ने संस्था को रद्द करने से जुड़े पत्राचार कर समाज कल्याण विभाग को निर्देश दिया। लिहाजा, बालगृह संस्था मरियम को संभवत अब सोमवार को सील किया जाएगा। सील करने की प्रकिया भी बाल संरक्षण समिति और चाईल्ड वेलफेयर समिति ने शुरु कर दिया है। यही नही बालगृह की संचालिका शोभा कुमारी और इसी संस्था के नाईट गार्ड अभय आनंद के खिलाफ एफआईआर करने की बात कही जा रही है। वैसे इन दोनों के खिलाफ कार्रवाई और भी सख्त होने की बात सामने आई है। फिलहाल सोमवार बालगृह मरियम को सील किया जाएगा। इस दौरान बालगृह में रहने वाली 11 लड़कियों को दुमका और धनबाद के बालगृह में शिफ्ट करने की तैयारी भी की जा रही है। सोमवार को ही इन 11 लड़कियों को मेडिकल जांच के बाद शिफ्ट करने का निर्देश डीसी के द्वारा दिया गया है।
जानकारी के अनुसार बालगृह मरियम की संचालिका शोभा कुमारी कोडरमा की रहने वाली बताई जा रही है। जबकि बालगृह का नाईट गार्ड अभय आनंद इसी शोभा कुमारी का बेटा बताया जा रहा है। संचालिका और उनके बेटे की करतूत सामने आने के बाद तत्कालीन डीसी उमाशंकर सिंह ने सबसे पहले साल 2019 में पूर्व एसडीएम और वर्तमान उप नगर आयुक्त राजेश प्रजापति को जांच का जिम्मा सौंपा था। पूर्व एसडीएम ने भी जांच में मामला सही पाया। लेकिन मां-बेटे दोनों रसूखदार बताएं जा रहे है। जिनके खिलाफ समाज कल्याण विभाग कार्रवाई तक नहीं कर पाया। और करीब ढाई सालों तक ऐसे ही चलता रहा।
इसके बाद दुबारा जांच का जिम्मा बाल संरक्षण समिति और सीडब्लूसी को दिया गया। तो इन दोनों ने बालगृह में लड़कियों से बातचीत भी की। लिहाजा, किए गए जांच के आधार पर संरक्षण पदाधिकारी और सीडब्लूसी ने इन दोनों पर कई गंभीर आरोप लगाएं। करीब 50 पेज के जांच रिपोर्ट में दोनों ने संचालिका शोभा कुमारी और अभय आनंद पर आरोप लगाया कि बालगृह में रहने वाली लड़कियों को मां-बेटे मिलकर प्रताड़ित कर रहे है। लड़कियों को तीनों वक्त का खाना तक सही से नहीं दिया जा रहा है। गंदे टंकी का पानी पीलाया जा रहा है तो कपड़े तक सही से नहीं दिए जा रहे है। और तो और अभय आनंद बालगृह में रहने वाली लड़कियों के अश्लील फोटो वहां लगे सीसीटीवी कैमरे के मदद से अपने मोबाइल और लैपटाॅप में देखा करता था। जांच रिपोर्ट में गंभीर आरोप ऐसे भी है कि जिसका जिक्र खबरों में नहीं किया जा सकता।