जमशेदपुर में विद्युत विभाग की लापरवाही से हुआ दर्दनाक हादसा
- डैम में हाईटेंशन तार टूट कर गिरने से नहा रहे दो सगे भाई समेत 4 की मौत
- घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर किया सड़क जाम
- विद्युत विभाग ने मृतकों को दिया ढाई-ढाई लाख रुपए मुआवजे का आश्वासन
रांची। जमशेदपुर के एमजीएम थाना क्षेत्र में रविवार को 11 हजार की विद्युत प्रवाहित तार टूटकर गिरने से एक दर्दनाक हादसा हो गया। बिजली की तार पिपला डैम में गिरी। जिससे डैम में नहा रही एक बुजुर्ग महिला कुलाबेला महतो (65) समेत चार बच्चे करंट से झुलस गए और उनकी मौत हो गई। मृतकों में दो सगे भाई कमल महतो (15), बिमल महतो (12) शामिल हैं। वहीं तिसरा बच्चा गांव का ही रोहित महतो (13)है। बिजली का तार डैम के ऊपर से गुजरा था और काफी जर्जर स्थिति में था। घटना के बाद लोग चारों को लेकर एमजीएम अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने बिजली विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई और मुआवजे की मांग को लेकर सड़क पर उतर गये और एनएच 33 को जाम कर दिया। जाम की वजह से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। मामले की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंची और ग्रामीणों को समझाने के प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण मुआवजा मिलने पर ही सड़क को जाम मुक्त करने की बात पर अड़े रहे।
घंटों बाद बिजली विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने मृतक के आश्रितों को ढाई-ढाई लाख रुपए मुआवजा और घायल को भी उचित मुआवजा देने का आश्वासन दिया। इस दौरान बिजली विभाग के अधिकारियों ने तत्काल मृतक के परिजनों को 50-50 हजार रुपए दिया। साथ ही अधिकारियों ने जल्द जर्जर बिजली के तारों को बदलने का आश्वासन भी दिया। जिसके बाद शाम को ग्रामीणों ने जाम हटा लिया। इस क्रम में स्थानीय सांसद विद्युत वरण महतो ने भी मृतक के आश्रितों को 10-10 हजार रुपए दिये।