किन्नरों का एक गुट पहुंचा नगर थाना, दिखाया हाईकोर्ट का आदेश
- मधुपुर से आने वाली दुसरे गुट की किन्नर के आगमण पर रोक लगाने की की मांग
- छह माह पूर्व मधुपुर गुट के द्वारा किया जा चुका है जानलेवा हमला
गिरिडीह। किन्नरों के बीच जारी विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। छह माह के बाद एक बार फिर किन्नरों के दो गुटों में क्षेत्रवाद को लेकर विवाद शुरु हुआ है। हालांकि इस बार विवाद में एक गुट की अश्विनी अबेंडकर और किन्नर समाज की अध्यक्ष सुनैना सिंह राजपूत भी सामने आ गई है। मंगलवार को सुनैना सिंह के नेत्तृव में अश्विनी अबेंडकर समेत कई किन्नर नगर थाना पहुंची और हाई कोर्ट के फैसले का आदेश दिखाते हुए मधुपुर से आने वाली किन्नरों के गिरिडीह में यजमानों के घर जाने पर रोक लगाने की मांग की।
जानकारी के अनुसार गिरिडीह किन्नर समाज की अध्यक्ष अश्विनी अंबेडकर की एक पक्ष और मधुपुर की किन्नर नयकी खातून दूसरे पक्ष के बीच नगर थाना में समझौते को लेकर 22 जुलाई को एक तिथि निर्धारित हुई थी। उस तिथि में मधुपुर की किन्नर नहीं पहुंच सकी थी जिसके बाद आज का तिथि निर्धारित किया गया था इसको लेकर किन्नर समाज की प्रधान मानी जाने वाली सुनैना सिंह राजपूत भी गिरिडीह पहुंची हुई थी। लेकिन आज भी मधुपुर की किन्नर समझौते को लेकर गिरिडीह नहीं पहुंची।
इस दौरान किन्नर अश्विनी अंबेडकर ने बताया कि पिछले 5 सालों से मधुपुर किन्नर के साथ विवाद चल रहा है 6 माह पहले मधुपुर किन्नरों के द्वारा उनके ऊपर जानलेवा हमला भी किया गया था। कहा कि कोर्ट के निर्देशानुसार गिरिडीह के यजमानों के घर बधाई देकर रूपये लेने का अधिकार प्राप्त है। बावजूद इसके मधुपूर की नयकी खातून अपनी सहयोगी काजल के साथ गिरिडीह में यजमानों के घर जबरन पहुंचकर उन्हें परेशान करने का प्रयास कर रही है। इस दौरान किन्नर समाज की अध्यक्ष सुनैना सिंह राजपूत ने भी नयकी खातून और उसके सहयोगियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस भी हाई कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए नयकी खातून और उसके समर्थकों को वापस मधुपूर भेजे, क्योंकि उनके कारण ही शहर के यजमान भी परेशान हो रहे है।