मोदी सरकार होशियार, किसानों पर मत करो अत्याचार
किसान आंदोलन के समर्थन में महाराणा चैक पर रहा घंटो जाम
कोडरमा। केन्द्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन के समर्थन में देशव्यापी आह्वान पर नेशनल हाइवे जाम के समर्थन मंे किसान संघर्ष मोर्चा के बैनर तले वामपंथी व सभी विपक्षी दलों के नेता व कार्यकर्ताओं ने राँची पटना रोड के महाराणा प्रताप चैक पर दो घंटा से ज्यादा जाम किया। इस दौरान मौके पर गाड़ियों की लम्बी लाईने लग गई। इससे पूर्व पूर्णिमा टॉकिज परिसर से महाराणा चैक तक एक जुलूस भी निकाला गया। जुलूस मंे मोदी सरकार होशियार, किसानों पर मत करो अत्याचार, किसानों पर दमन बंद करो, किसान विरोधी काला कानून वापस लो, हिटलरशाही नहीं चला तो मोदीशाही नहीं चलेगा आदि सरकार विरोधी नारे लगाए जा रहे थे।
जाम स्थल पर सिविल सोसाइटी के संयोजक उदय द्विवेदी की अध्यक्षता मे हुई सभा को जिप सदस्य महादेव राम सीपीएम नेता संजय पासवान, सीपीआई के प्रकाश रजक, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मनोज सहाय पिंकु, तुलसी मोदी, मुखिया धीरज रजक, राजद के जिलाध्यक्ष रामधन यादव, मनोज रजक, सुनील यादव, झामुमो नेता श्यामदेव यादव, अजय कृष्णा, बसपा जिलाध्यक्ष प्रकाश अम्बेडकर, आप के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष मानव, दामोदर यादव, मजदूर नेता प्रेम प्रकाश आदि ने सम्बोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि विगत 26 जनवरी 2021 से भाजपा की मोदी सरकार ने किसानों के खिलाफ जारी अमानवीय दमन तेज कर दिया है। दिल्ली की सीमा पर पिछले 73 दिनों से शांति पूर्ण आंदोलन चला रहे किसानों के शिविर की बिजली, पानी की आपूर्ति बंद कर दी गयी है। कील और कंटीले तार की बाड़ लगा कर उनके आने जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। सांसदों और पत्रकारों को भी उनसे नही मिलने दिया जा रहा है। इस अमानवीय घटना की रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों पर झुठे मुकदमे दायर किए जाने का सिलसिला जारी है। इस परिस्थिति मंे किसानो ने अपने आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए देशव्यापी चक्का जाम का आह्वान किया है।
वक्ताओं ने कहा कि देशहित में मोदी सरकार किसान विरोधी काला कृषि कानून वापस ले, नहीं तो आंदोलन और तेज होगा।
चक्का जाम कार्यक्रम मे माकपा, भाकपा, आप, कांग्रेस, राजद, जेएमएम, बसपा, सीटू, डीवाईएफआई, किसान सभा, एटक, झारखण्ड छात्र मोर्चा आदि संगठनों के महेश सिहं, सोनीया देवी, डॉ० जावेद, परमेश्वर यादव, सुरेन्द्र राम, प्रकाश यादव, धीरज यादव, उप प्रमुख बिरेन्द्र यादव, अर्जुन यादव, अनील यादव, नवनीत ओझा, संजय शर्मा, भागीरथ पासवान, प्रभात कुमार राम, आशिष पाण्डेय, रोहित मेहता, संजय दास, मनोज यादव, राजेश यादव, पप्पू यादव, मुन्ना पंडित, रामबचन यादव, मो० सद्दाम, विक्की कुमार, राजेन्द्र भूइयां, सचिंदर राणा, संतोष यादव, थानू दास, प्रवीण यादव, राजकुमार पासवान, कामेश्वर भारती, ओमप्रकाश यादव, विरेन्द्र यादव, शमसुल अंसारी, रउफ अंसारी, सचिन भारती, रामप्रसाद यादव, गोविन्द बिहारी, छोटु यादव, उमेश दास, सुरेन्द्र यादव, रविशंकर यादव, रविन्द्र भारती, अशोक रजक, रामचन्द्र राम, सच्चिनन्द पाण्डेय सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।