26 नवंबर की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने को ले मजदूर यूनियन ने की बैठक
- ट्रेड यूनियनों ने जारी किया संयुक्त पोस्टर
- मजदूर कर्मचारी विरोधी नीतियों पर हल्ला बोल: ट्रेड यूनियन
कोडरमा। श्रम कानूनों में मालिक पक्षीय बदलाव कर उन्हे गुलाम बनाने की साजिश, किसानो को बर्बाद करने वाले कानूनों को संसद से जबर्दस्ती पारित कराने, जानलेवा बेरोजगारी, कामबंदी, जबरन रिटायरमेंट, राष्ट्रीय संपदा की लूट और देश की आर्थिक संप्रभुता का आधार सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण किए जाने एवं कोरोना आपदा मे भाजपा सरकार की मनमानी के खिलाफ ट्रेड युनियनों और श्रमिक फेडरेशनों के आह्वान पर 26 नवम्बर को देशव्यापी हड़ताल के प्रचार प्रसार के लिए ट्रेड यूनियनों का संयुक्त पोस्टर मजदूर नेताओं के द्वारा जारी किया गया। हड़ताल की तैयारी की समीक्षा के लिए सुन्दर होटल में निर्माण मजदूर यूनियन के नेता प्रेम प्रकाश की अध्यक्षता में सीटू एक्टू और एटक की संयुक्त बैठक हुई।
केन्द्र सरकार ने मजदूर, कर्मचारियों, किसानों व बेरोजगारों को किया तबाह
मजदूर नेताओं ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार कोरोना महामारी की आपदा में मनमानी करते हुए देश के मजदूर कर्मचारियों किसान और बेरोजगारों को तबाह करने का अपना जनविरोधी एजेंडा जारी रखे हुए हैं। भारी मुनाफा देने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के कल कारखानों, उद्यमों, प्रतिष्ठानों को अपने चहेते पूंजीपतियों को बेचने, निजीकरण करने और हमारे देश की अर्थव्यवस्था का रीढ़ रेलवे, कोयला, इस्पात और फार्मा क्षेत्र की सरकारी कंपनियों, भेल, एचएएल, एलआईसी, बैंक, बीएसएनएल और एयर इंडिया जैसे प्रतिष्ठानों को बर्बाद करने पर तुली है। ऐसे मे मजदूर कर्मचारियों के सामने आंदोलन के सिवाय कोई रास्ता नहीं है। मजदूर नेताओं ने आम जनता से आह्वान किया कि रोजी रोजगार बचाने के लिए 26 नवम्बर की हड़ताल मे शामिल होकर मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ हल्ला बोलें।
बैठक में थे उपस्थित
बैठक में सीटू के संजय पासवान, महेन्द्र तुरी, एक्टू के विजय पासवान, मसरूल अंसारी, एटक के प्रकाश रजक, महेश सिंह, निर्माण मजदूर यूनियन के प्रेम प्रकाश एवं शम्भु पासवान उपस्थित थे।