हिंदी साहित्य प्रेमी ब्रजेश कुमार बरनवाल को डाक्टरेट मानद उपाधि से किया गया सम्मानित
- राष्ट्र भाषा सेवा संघ 2024 ने हेदराबाद में आयोजित किया था सम्मान समारोह
- कई साहित्यीक संस्थानों के द्वारा पूर्व में किए जा चुके है सम्मानित
गिरिडीह। राष्ट्र भाषा सेवा संघ 2024 ने हेदराबाद में आयोजित कार्यक्रम डाक्टरेट अवार्ड शिरोमणी के तहत जिले के तिसरी प्रखंड अंतर्गत सिंघो गांव के हिंदी साहित्य प्रेमी ब्रजेश कुमार बरनवाल को डाक्टरेट मानद उपाधि सम्मानित किया गया। ग्लोबल यूनिवर्सिटी यूएसए से सम्मानित धरधाम इंटरनेशनल के निर्देशक डाक्टर एहसान अहमद, दिव्य मानवता अनुसंधान केंद्र के निर्देशक डाक्टर अभिषेक कुमार और राष्ट्र भाषा संघ के उन्हें संयुक्त रूप से सम्मानित किया। उक्त कार्यक्रम में देश के 26 राज्य के 51 हिंदी सेवी व हिंदी साहित्य प्रेमी को सम्मानित किया गया। सिंघो के ब्रजेश कुमार बरनवाल को यह उपाधि मिलने से जिले का नाम रोशन हुआ है।
बताया जाता है कि गिरिडीह जिले के सिंघो गांव में एक मध्यम वर्गीय परिवार में ब्रजेश कुमार बरनवाल का जन्म हुआ है। बचपन में ही पिता का निधन हो गया था। इन्हें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा था। संघर्ष के साथ देवघर कॉलेज में उच्च शिक्षा स्नातकोत्तर, एमए, हिंदी साहित्य की पढ़ाई की। 15 सालों से लगातार साहित्य सेवा सेवा में समर्पित हैं। इस दौरान कई हिंदी कविताएं, रचनाएं व कहानियां लिखे है। वर्तमान में सरायकेला के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर उच्च विद्यालय के हिंदी आचार्य पद पर कार्यरत है।
पूर्व में इन्हे सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर में गोल्ड मेडलिस्ट हैं। साथ ही साहित्य क्षेत्र में कई आलेख कहानियां कविताएं लिखकर आगे बढ़ रहे हैं। इस कारण इन्हें राष्ट्र स्तर पर कई साहित्यिक संस्थानों के द्वारा भीमराव आंबेडकर सम्मान, प्रेमचंद साहित्य सम्मान, मां शारदे सेवा सम्मान, विलक्षणा हिंदी सेवी सम्मान, भारतीय सर्वश्रेष्ठ सम्मान, शिक्षक रत्न सम्मान, रवींद्रनाथ टैगोर स्मृति सेवा सम्मान, हिंदी गौरव सम्मान, श्री गणेश साहित्य सम्मान, ह्यूमन राइट्स नोबेल अवार्ड, भारतीय सर्वश्रेष्ठ सम्मान से सम्मानित किया गया है।