गिरिडीह के जमुआ में पत्थर खदान संचालक और ग्रामीणों के बीच हुआ विवाद, मामला बढ़ता देख खिसका खदान संचालक
गिरिडीहः
गिरिडीह के जमुआ थाना इलाके के दलिया धुड़गडगी में गुरुवार को पत्थर खदान संचालक और ग्रामीणों के बीच जमकर विवाद हुआ। मामला हिंसक झड़प के रुप में बदलता। किसी तरह स्थानीय लोगों ने दोनों पक्षों को शांत कराया। ग्रामीणों द्वारा हंगामे का कारण था कि खदान संचालक सारे नियमों को तोड़कर ब्लास्टिंग कर रहे थे। हर रोज खदान संचालक द्वारा हैवी ब्लास्टिंग किया जा रहा था। और इसी ब्लास्टिंग के कारण दलिया धुड़गडगी गांव में कई घर और मंदिर में दरार होता जा रहा था। ग्रामीणों ने इस दौरान खदान संचालक को हैवी ब्लास्ंिटग बंद कर पत्थर उत्खन्न करने को कहा। ग्रामीणों का कहना था कि ब्लास्टिंग के कारण ही दरार तो आया ही है। साथ ही आसपास के इलाकों में जलस्तर काफी नीचे चला गया है।
ग्रामीणों द्वारा विरोध करते देख खदान संचालक भी आक्रोशित हो गए, और कहा कि जब ब्लास्टिंग होगा। तो मामूली रुप से जमीन में दरार होना स्वाभाविक है। खदान के लीजधारक के इस तर्क पर ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। और लीजधारक के साथ ग्रामीण उलझ पड़े। मामला दोनों तरफ से मारपीट में बदलने से पहले ही कुछ और ग्रामीणों ने माहौल को शांत किया। इस दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग किया कि हर हाल में धुरगड़गी में पत्थर खदान को बंद होना जरुरी है। इसे लगातार इलाके में नुकसान हो रहा है। क्योंकि खदान से सौ फीट की दूरी पर घनी आबादी है। फिलहाल ग्रामीणों के विरोध के कारण खदान में पत्थर उत्खन्न बंद कर लीजधारक वहां से खिसकना ही उचित समझे।