गिरिडीह पुलिस को मिला फोरेसिंक एक्सपर्ट डिपार्टमेंट में सहायक निदेशक स्तर के पदाधिकारी, हत्या और विष्फोट जैसे अपराधों की होगा त्वरित जांच
गिरिडीहः
हत्या और विष्फोट से जुड़े अपराधिक मामलों के अपराधियों तक पहुंचने में अब गिरिडीह पुलिस की परेशानी दूर होगी। और वक्त पर ऐसे अपराधों का फोरेसिंक रिपोर्ट आएगा। क्योंकि राज्य पुलिस मुख्यालय ने गिरिडीह पुलिस को विधि-विज्ञान प्रयोगशाला के सहायक निदेशक पद का स्थायी नियुक्ति कर दिया है। फोरेसिंक एक्सपर्ट स्तर पर सहायक निदेशक पद के पदाधिकारी के मिलने के बाद इसकी पुष्टि शुक्रवार को एसपी दीपक कुमार शर्मा ने करते हुए बताया कि गिरिडीह को फोरेसिंक डिपार्टमेंट में अस्टिेंट डायरेक्टर स्तर के पदाधिकारी का मिलना बेहद जरुरी था। क्योंकि हर लिहाज से जिला बेहद संवेदनशील था। ऐसे में हत्या और विष्फोट जैसे मामलों की जांच के लिए रांची से पदाधिकारियों को आना पड़ता था। तब जांच हो पाता था। वहीं अब सहायक निदेशक की स्थायी नियुक्ती होने पर समस्या दूर होगा। बताते चले कि रांची, जमशेदरपुर, धनबाद के बाद गिरिडीह ही वह जिला है। जहां विधि-विज्ञान प्रयोगशाला के सहायक निदेशक स्तर के पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ती किया गया है। एसपी के अनुसार राज्य पुलिस मुख्यालय ने अजय भगत को सहायक निदेशक स्तर के पदाधिकारी के रुप में पहली पोस्टिंग किया है। गिरिडीह फोरेसिंक एक्सपर्ट डिपार्टमेंट में सहायक निदेशक स्तर के पदाधिकारी मिलने के बाद अब यही सहायक निदेशक एक चलंत विधि-विज्ञान प्रयोगशाला पदाधिकारी के रुप में कार्य करेगें। घटनास्थल पहुंच कर पुलिस जांच मंे सहयोग करना और वक्त पर घटना का रिपोर्ट देना। इसके लिए राज्य पुलिस मुख्यालय में सहायक निदेशक को पूरा कीट और उपकरण से लैस कर गिरिडीह भेजा है। तो एसपी के निर्देश पर न्यू पुलिस कार्यालय में सहायक निदेशक को कार्यालय भी उपलब्ध करा दिया गया है। बताते चले कि जिले में हत्या और विष्फोटक की घटना अक्सर होती रही है। ऐसे में काफी लंबे वक्त से विधी-विज्ञान प्रयोगशाला में कार्यरत एक पदाधिकारी की जरुरत महसूस किया जा रहा था।