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गिरिडीह के सदर अचंल में बक्सीडीह में नदी किनारे जमीन को घेर रहे थे इलाके के भूमाफिया, सीओ और पचंबा पुलिस ने बिगाड़ा खेल

राजनीतिक संरक्षण और भूमाफियाओं का कॉकटेल की बानगी

गिरिडीहः
राजनीति संरक्षण और भूमाफियाओं का कॉकटेल गिडिीह में कोई नया नही है। अब तक कई सरकारी जमीन पर कब्जा हो चुका है। और बुधवार को भी कुछ भूमाफिया सदर प्रखंड और गिरिडीह-डुमरी रोड स्थित बक्सीडीह मौजा के खाता नंबर 07 और प्लॉट नंबर 262 के रकवा साढ़े 16 एकड़ को कब्जा कर उसे बेचने की तैयारी मेें थे। इतना ही नही उस प्लॉट के कई हिस्सों का एकरारनामा तक हो चुका था। लेकिन वक्त पर सदर अचंल के सीओ रविभूषण प्रसाद और पचंबा थाना प्रभारी मुकेश दयाल सिंह भी पुलिस जवानों के साथ पहुंचे। तो भूमाफिया का पूरा प्लॉन ही चाौपट हो गया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने बताया कि प्लॉट पूरी तरह से नदी के किनारे का है। जिस पर इलाके एक भूमाफिया ललन सिन्हा अपने कुछ गुर्गो के साथ अवैध कब्जा के प्रयास में है। क्योंकि नदी किनारे के इस प्लॉट को लेकर स्थानीय लोगों ने सदर अचंल के सीओ को लिखित आवेदन देकर भूमाफिया ललन सिन्हा द्वारा कब्जा किए जा रहे जमीन की पूरी जानकारी दिया था। इसके बाद भी ललन सिन्हा प्लॉट पर कब्जा कर कई हिस्सों का एकरारनामा वहां के ही कुछ स्थानीय लोगों को कर चुके थे। बुधवार को जब सीओ और थाना प्रभारी पहुंचे, तो सीओ के निर्देश पर पूरे प्लॉट की नापी हुई।

जिसमें प्लॉट नंबर 262 का रकवा साढ़े 16 एकड़ नदी से जुड़ा भूखंड के रुप मंे निकला। लिहाजा, नापी के बाद सीओ ने स्पस्ट किया कि नदी का यह प्लॉट सरकारी है। किसी सूरत में कोई कब्जा नहीं कर सकता। जबरन कब्जा करने पर वैसे भूमाफियाओं के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान सीओ ने सीआई और राजस्व कर्मियों को पूरे प्लॉट पर सरकारी जमीन होने का बोर्ड लगाने का निर्देश तो दिया। लेकिन बोर्ड लगाने का निर्देश सुनने की बात पर ललन सिन्हा उखड़ गए। और सीओ से उलझ पड़े, गुस्से में भड़कते हुए ललन सिन्हा ने सीओ के खिलाफ कोर्ट नोटिस भेजने तक की बात कह दिया। लेकिन सीओ ने कर्मियों को गुरुवार को प्लॉट पर बोर्ड लगाने का निर्देश दिया।

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