उसरी नदी पर पुराना टूटे पुल का निरीक्षण करने पहुंचे माले नेता
- पुल के पास ही बैठकर आवागमण करने वाले लोगांे से की बात, समस्याओं से हुए अवगत
- 11 सितंबर से अनिश्चितकालीन धरना पर बैठेंगे माले नेता राजेश सिन्हा
गिरिडीह। विभागीय स्थिलता के कारण लोगों के बीच चर्चा का विषय बना गिरिडीह-बेंगाबाद मुख्यमार्ग पर उसरी नही पर बने पूराने पुल का जायजा लेने के लिए बुधवार को माले के विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा माले कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पुल की जर्जर स्थिति को देखते हुए तथा हाल में ही एक बार फीर विभाग द्वारा पुल पर आवागमण बाधित करने के उद्देश्य से किये गये बैरिकेटिंग का जायजा लिया। उन्होंने मौके पर आवागमण कर रहे लोगों से वार्ता कर उनकी परेशानियों से भी अवगत हुए।
मौके पर माले नेता राजेश सिन्हा ने कहा कि प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से दोनांे तरफ दीवाल लगाया है वह जायज है, किंतु क्या यही विकल्प है? लोग परेशान नहीं है? कहा कि विगत दस-बारह सालों से उक्त पुल जर्जर स्थिति में है। विभाग द्वारा पुल का निर्माण कराने के बजाय उसे बैरिकेटिंग कर जनता को परेशान किया जा रहा है। पहले बीजेपी ने आश्वासन दिया और चुनाव में ढोल नगाड़ों के साथ जनता को दिखाने के लिए शिलान्यास किया। इसी प्रकार जेएमएम की सरकार भी लगभग ढाई साल पार कर चुकी है, उनके द्वारा भी सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है। कहा कि उक्त पुल से डीएभी स्कूल, पंचवटी स्कूल के अलावा दर्जनों स्कूल के बच्चे आवागमण करते है। सरकारी कार्यालय है, अंचल कार्यालय है, गिरिडीह कॉलेज है मेन रोड है, लेकिन निष्क्रिय विभाग और सरकार शांत है।
पुल जल्द बने इसके लिए श्री सिन्हा बिरसा चौक पर 11 सितंबर रविवार से अनिश्चित कालीन धरना पर बैठने की घोषणा की। उसके बाद भी विभाग द्वारा पुल का निर्माण कार्य शुरू नही कराया गया तो 18 सितंबर से अनशन पर बैठेंगे। मौके पर अजय केशरी, अशोक कुमार, विकास सिन्हा, राजू राणा, पंकज सिंह, उमेश वर्मा, रविंद्र विधार्थी, छोटू मास्टर, नासीर शेख, रक्षित कुमार, रिंकू भदानी सहित कई लोग मौजूद थे।