राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर एसएसवीएम में कई प्रतिस्पद्धाओं का हुआ आयोजन
- जीवन में पढ़ाई के साथ-साथ खेल को भी स्थान देने की आवश्यकता: प्रधानाचार्य
गिरिडीह। राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर शहर के बरगंडा में संचालित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में सोमवार को मेजर ध्यानचंद की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य शिव कुमार चौधरी ने दीप जलाकर व पुष्प अर्पित कर किया।
इस मौके पर शारीरिक प्रमुख अनिता कुमारी और प्रसून कुमार सिंह के नेतृत्व में कबड्डी, विभिन्न प्रकार के दौड़, सूई-धागा रेस जैसे कई परंपरागत खेल बच्चों के बीच संपन्न हुआ। जिसमें शिशु, बाल और किशोर के भैया-बहनों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कबड्डी में विजेता प्रतिभागियों को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया।

प्रधानाचार्य ने कहा कि मेजर ध्यानचंद सेना में रहते हुए राष्ट्रीय खेल हॉकी को चुना और स्वयं को इस खेल के लिए समर्पित कर दिया। खेलकूद से विद्यार्थियों में नेतृत्व, आज्ञा पालन, समान लक्ष्य के लिए मिलकर काम करना, खेल की भावना, साहस, सहनशीलता जैसे आवश्यक सद्गुणों का विकास होता है। साथ ही शरीर की अच्छी कसरत भी हो जाती है। हमें अपने जीवन में पढ़ाई के साथ-साथ खेल को भी स्थान देना चाहिए।
कार्यक्रम को सफल बनाने में मीडिया प्रमुख राजेंद्र लाल बरनवाल, अजीत मिश्रा, मनोज चौधरी समेत समस्त आचार्य-दीदी का सराहनीय योगदान रहा।