कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और मंकीपॉक्स के रोकथाम को लेकर डीसी ने किया गिरिडीह अस्पताल का निरीक्षण
गंदगी देख संवेदक और सिविल सर्जन पर भड़के
गिरिडीहः
बीस सूत्री की बैठक में स्वास्थ विभाग के खराब हालात पर हुई खिंचाई और गिरिडीह में कोरोना संक्रमण के बढ़ते केस ने प्रशासन को अलर्ट पर आने को मजबूर कर दिया है। जबकि मंकीपॉक्स के रोकथाम को लेकर ही शुक्रवार की देर शाम अचानक डीसी नमन प्रियेश लकडा सदर अस्पताल देखने पहुंच गए। इस दौरान डीसी के साथ डीडीसी शशिभूषण मेहरा, अपर समाहर्ता विल्सन भंेगरा और सदर एसडीएम विशालदीप खलखो भी मौजूद थे। लेकिन सदर अस्पताल का हाल देखा तो डीसी को भी समझते देर नहीं लगी कि बेहद खराब हालात में अस्पताल का संचालन चल रहा है। क्योंकि लाईट की स्थिति खराब है तो सफाई का हालत सबसे खराब नजर आया। लिहाजा, डीसी ने सिविल सर्जन डा. शिवप्रसाद मिश्रा और अस्पताल सफाई के संवेदक शिवा कंस्ट्रकशन के संचालक गौरव कुमार को डीसी नमन ने जमकर डांट-फटकार किया। अस्पताल के नीचले हिस्से में गंदगी दिखा। तो अस्पताल के वार्ड तो और अधिक गंदगी से पटे हुए थे।
यही नही अस्पताल के पहले तल्ले के दो वार्ड को आपात हालात में कोरोना और मंकीपॉक्स के संक्रमित मरीजों के लिए सुरक्षित रखा गया था। लेकिन एक वार्ड में लाईट का अभाव था, तो दुसरे में बेड तितर-बितर पड़े हुए थे। इसके बाद डीसी से अस्पताल प्रबंधक मुर्मु को जमकर फटकार लगाया। इस दौरान डीसी को बताया गया कि जिले में कोरोना संक्रमित के 26 सक्रिय केस है। अधिकांश का इलाज होम आईसोलेशन में चल रहा है। निरीक्षण के क्रम में डीसी को जानकारी दिया गया कि सौर उर्जा के सारे उपकरण अस्पताल के छत्त में लगे है। लेकिन सालों से खराब होने के कारण इस्तेमाल नहीं हो रहा है। इस पर डीसी ने ज्रेडा के कार्यपालक अभियंता से तुंरत बात कर सारे उपकरण दुरुस्त करने का निर्देश दिया। वैसे निरीक्षण के क्रम में डीसी ने स्वास्थ विभाग के पदाधिकारियों से कहा कि सीमित संसाधन में ही अस्पताल का संचालन करना जरुरी है।