बाल दुर्व्यापार विरोधी जन जागरूकता अभियान रथ का उपायुक्त ने किया रवाना
- जिले में 3 दिनों तक विभिन्न क्षेत्रों में जाकर करेगी लोगों को जागरूक
गिरिडीह। बाल तस्करी, बाल श्रम एवं बाल शोषण की रोकथाम एवं उससे संबंधित लोगों में जागरूकता को लेकर शुक्रवार को गिरिडीह समाहरणालय परिसर से तीन दिवसीय जागरूकता रथ रवाना किया गया। रथ को रवाना करने में मुख्य रूप से जिला प्रशासन, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन एवं आरपीएफ की भूमिका रही। जागरूकता रथ जिला उपायुक्त कार्यालय परिसर से निकलकर जिले के सर जेसी बोस बालिका विद्यालय पहुंची और बच्चों के बीच जानकारी देने का कार्य किया।
उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि फाउंडेशन द्वारा संचालित इस कार्यक्रम के तहत जिले में बाल तस्करी मुद्दे पर जिला प्रशासन व फाउंडेशन का संयुक्त पहल असरदार रहेगा। गिरिडीह प्रशासन हर समय सहयोग करने के लिए तत्पर है। बाल शोषण, बाल तस्करी जैसे मामलों को खत्म करने के सभी लोगों को आगे आने की जरूरत है तभी बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सकेगा।

इस संबंध में जानकारी देते हुए फाउंडेशन के परियोजना पदाधिकारी गोविंद खनाल ने बताया कि यह कार्यक्रम 18 से 21 जुलाई को गिरिडीह जिले के अभ्रक सह सुदूरवर्ती क्षेत्र तिसरी व गावां के 150 ग्रामों में पहुंचेगी और रैली, नुक्कड़ नाटक, गीत, जन चौपाल आदि माध्यमों से लोगों को चाइल्ड ट्रैफिकिंग सहित बच्चों के भविष्य से जुड़े अन्य मुद्दों को लेकर जागरूक करने का कार्य करेगी। साथ ही उन्होंने बताया कि आए दिन तिसरी क्षेत्र में बाल व्यापार से जुड़े कई मामले आते रहते हैं और पिछले एक माह में उनके फाउंडेशन की टीम द्वारा आरपीएफ के सहयोग से 17 बच्चों को तस्करों से मुक्त कराया गया है। उनकी फाउंडेशन आरपीएफ के साथ मिल कर पूरे देश में अभियान चला रही है। गिरिडीह एवं कोडरमा में जिला प्रशासन का सहयोग मिलने से इस अभियान को काफी बल मिलेगा।
मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारी नीति आयोग सह बीबीए समन्वयक अंजली बिन सिकदर, आरपीएफ जवान, फाउंडेशन के कार्यकर्ता सुबीर राय, सुरेंद्र पंडित, मनोज कुमार संदीप नयन, राजू सिंह, अमित कुमार, छोटेलाल पांडेय, गुफसाना प्रवीण, इंकज कुमार, जान्हवी, सबीना सहित कई लोग एवं बच्चे मौजूद थे।