दुनिया के मजदूरों एक हों, शिकागो के शहीदों अमर रहे
- सीटू के नेतृत्व में मजदूर कर्मचारी संगठनों ने मनाया मजदूर दिवस
कोडरमा। सीटू के नेतृत्व में बैंक, बीमा, आंगनबाड़ी, डीवीसी, मेडिकल सेल्स रिप्रेजेंटेटिव, कर्मचारी महासंघ, निर्माण मजदूर आदि यूनियनों ने संयुक्त रूप वीर कुंवर सिंह पार्क में मजदूर दिवस मनाया। सर्वप्रथम सीटू नेता रमेश प्रजापति के द्वारा संघर्ष का प्रतीक लाल झंडा फहराया गया। जहां शहीद बेदी पर उपस्थित लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित किया गया और मजदूर दिवस जिन्दाबाद, दुनिया के मजदूरों एक हो, शिकागो के शहीदों अमर रहे आदि गगनचुंबी नारे लगाए।
मौके पर रमेश प्रजापति की अध्यक्षता में हुई संकल्प सभा को सीटू राज्य कमिटी सदस्य संजय पासवान, किसान सभा के असीम सरकार, बीमा कर्मचारी संघ के सचिव मनोरंजन कुमार, कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र तिवारी, दिनेश रविदास, पिंकी कुमारी, बीएसएसआरयू के अध्यक्ष सुनील कुमार गुप्ता, सचिव दिलीप कुमार सिन्हा, डीवीसी श्रमिक यूनियन के राजमोहन कुमार, आंगनबाड़ी संघ की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी, जिला सचिव वर्षा रानी, निर्माण मजदूर यूनियन के अध्यक्ष प्रेम प्रकाश, सचिव शम्भु पासवान, पोषण सखी संघ की अध्यक्ष गायत्री पासवान, विद्युत कर्मचारी यूनियन के विजय सिंह आदि ने सम्बोधित किया।
वक्ताओं ने कहा कि 1886 की 1 मई को अमेरिका में शुरू हुई मजदूरों की हड़ताल के दौरान चार मई को अमेरिका के शिकागो शहर में काम का समय 8 घंटे किए जाने की मांग को लेकर हुई मजदूरों की रैली पर हुए दमन और मजदूर नेताओं को फांसी पर चढ़ा देने की घटनाओं ने अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस को जन्म दिया. भारत मे मई दिवस का 100 साल पुरा हुआ हैं. 1923 मे मद्रास के समुद्र तट पर कॉमरेड एम सिंगारवेलू ने मेहनतकशों का लाल झंडा फहराया था. आज जब केंद्र सरकार की नीतियों के कारण मजदूर वर्ग पर चौतरफा हमला बढ़ रहा है, मजदूरों के हित में बना श्रम कानूनों को समाप्त कर मालिक पक्षीय चार लेबर कोड लागू किया जा रहा है. कड़े संघर्षों से हासिल किए गए 8 घंटे काम का अधिकार को खत्म कर 12 घंटे किया जा रहा है. ऐसे समय में मजदूर दिवस का महत्व बढ़ जाता है।
कार्यक्रम में अरविंद कुमार, बसंती देवी, अशोक रजक, राजेन्द्र पासवान, चरणजीत सिहं, जयप्रकाश वर्मा, सुधीर कुमार, टिंकू कुमार, प्रदीप प्रसाद, पंकज कुमार, राम कुमार, बालेश्वर राम, रोहित दास, शिवनंदन भूइयां सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।