गिरती कानून व्यवस्था और खराब बिजली आपूर्ति के खिलाफ भाजपाईयों ने दिया धरना
- झारखंड में आराजकता को लेकर हेमंत सरकार को धेरा
- अपनो को खुश करने में जुटे सीएम कानून व्यवस्था और बिजली को कैसे ठीक करेंगे: विंरची नारायण
- लूटने वाली हेमंत सरकार से जनता उम्मीद करना छोड़ दें: शाहाबादी
गिरिडीह। प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर हेमंत सरकार के खिलाफ गिरिडीह भाजपा जिला कमिटी ने बुधवार को शहर के अंबेडकर चौक पर एक दिवसीय धरना दिया और राज्य में गिरती कानून व्यवस्था के साथ बिजली और पानी संकट को लेकर हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला। धरने में शामिल पार्टी के कार्यकर्ता हेमंत सरकार विरोधी तख्ती लिए सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते नज़र आए। इस एक दिवसीय राज्यव्यापी धरना में जिला प्रभारी सह बोकारो विधायक विंरची नारायण, गिरिडीह विधानसभा प्रभारी अमित तिवारी, गिरिडीह जिला अध्यक्ष महादेव दुबे, पूर्व सदर विधायक निर्भय शाहाबादी, किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष दिलीप वर्मा, अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष जाकिर हुसैन छोटू, नगर अध्यक्ष हरमिंदर सिंह बग्गा, जिला महामंत्री संदीप डंगाईच और चुन्नुकांत, दिनेश यादव, विनय सिंह सहित कई भाजपाई धरने में शामिल हुए।
मौके पर बोकारो विधायक विरंची नारायण ने कहा कि पहले तो सिर्फ आरोप हेमंत सरकार के मंत्रियों पर लग रहे थे और अब आरोप की आंच खुद हेमंत सरकार पर आ चुकी है। जाहिर है ये सरकार सिर्फ अपनो को संतुष्ट करने में जुटी हुई है। कहा कि सरकार की निष्क्रियता के कारण राज्य में कानून व्यवस्था का हाल देखा जा सकता है। हर रोज चोरी और लूट के साथ हत्या की घटना हर जिले में लगातार जारी है। जबकि राज्य की बिजली आपूर्ति के हाल तो सबसे खराब हो चुके है। कितने घंटे बिजली मिलेगी, ये हेमंत सरकार के अधिकारी भी नही बता पाते है।
कहा कि पूर्व की रघुवर सरकार में पूरे राज्य में 75 पॉवर ग्रिड और 150 पावर सब स्टेशन बनाए गए थे, सिर्फ इसलिए की राज्य को 24 घंटे बिजली आपूर्ति हो सके। लेकिन अब हेमंत सरकार का कोई ध्यान इस ओर नही है की 75 पावर ग्रिड और 150 सब स्टेशन को बिजली दे सके, जिससे पूरे राज्य को सही तरीके से बिजली आपूर्ति किया जाए। जेएमएम के समर्थक भी अपने इस सरकार से खफा है।
पूर्व सदर विधायक निर्भय शाहाबादी भी हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि जिस सरकार को राज्य में लूट और छूट से वक्त नहीं, उस सरकार से इस राज्य की जनता को उम्मीद भी नही करना चाहिए। क्योंकि पूरे राज्य में बिजली आपूर्ति का हाल बदतर होता जा रहा है। और दूसरी तरफ हेमंत सरकार अपने रिश्तेदारों के नाम पर पत्थर खनन का लीज ले रहे है। कहा कि ये धरना सिर्फ हेमंत सरकार के खराब कार्यकाल से जनता को अवगत कराने तक सीमित नहीं है बल्कि, हेमंत सरकार के पोल पट्टी खोलने वाला भी है। अब भी हेमंत सरकार जाग जाए, नही तो इस सरकार के खिलाफ लोगो में आक्रोश धधक रहा है। जो कभी भी ज्वालामुखी के रूप में विस्फोट कर सकता है।
भाजपा नेता चुन्नुकांत्त, किसान मोर्चा के दिलीप वर्मा, सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव, अल्पसंख्यक मोर्चा के जाकिर हुसैन छोटू समेत कई नेताओं ने संबोधित किया। जबकि धरने में संगीता सेठ, प्रदेश कार्यकामिति सदस्य रंजीत राय, विवेक गुप्ता, नवीन सिन्हा, शालिनी वैशखियार, रागिनी लहरी समेत कई नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।




