अखाड़े का वक्त तय किए जाने के मामले में हेमंत सरकार के फैसले के खिलाफ गिरिडीह हिंदु संगठनों ने किया बैठक
हेमंत सरकार का यह फैसला रामभक्तों के खिलाफः निर्भय शाहाबादी
गिरिडीहः
रामनवमी के अखाड़े और झांकी के लिए वक्त तय किए जाने को लेकर गिरिडीह हिंदु संगठनो और अखाड़ा कमेटियों का गुस्सा सरकार के प्रति बढ़ता जा रहा है। बुधवार को शहर के जालान धर्मशाला में ही विश्व हिंदु परिषण और बजरंग दल की संयुक्त बैठक हुई। बैठक में दोनों संगठन के सैकड़ो कार्यकर्ता जुटे, तो कई अखाड़ा कमेटी के पदाधिकारी भी शामिल हुए। इस दौरान बैठक में पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी के साथ भाजपा नेता राकेश मोदी, आरएसएस के जिला संघ चालक मुकेश रंजन सिंह, हिंदु संगठन के रीतेश पांडेय, शिवपूजन कुमार, सुरेश रजक, उत्कर्ष पांडेय, कुंदन केसरी, रवीन्द्र स्वर्णकार, अनूप यादव, भाजपा नेता हरमिंदर सिंह बग्गा समेत कई अखाड़ा कमेटी सदस्य मौजूद थे। इस दौरान बैठक में मकतपुर बजरंग सेवा समिति के दीपक शर्मा ने हेमंत सरकार के निर्णय को गलत ठहराते हुए कहा कि सेक्यूलरिज्म का चादर ओढ़े सरकार का यह फैसला पूरी तरह से गलत है। पूर्व विधायक शाहाबादी ने मौके पर कहा कि इस तरह का फैसला हिंदु विरोधी है। क्योंकि शाम छह बजे तक अखाड़ा और झांकी निकालना संभव नहीं है। तो सौ की संख्या में किसी अखाड़ा में रामभक्त शामिल नहीं हो सकते। अखाड़ा में श्रद्धालुओं की भीड़ होना तय है। क्योंकि कोई भी अस्त्र-शस्त्र लेकर अपने प्रतिभा और खेल का प्रदर्शन करने खिलाड़ी शामिल हो सकते है। पूर्व विधायक ने हेमंत सरकार से फैसला वापस लेने की अपील करते हुए कहा कि इन फैसलों से हर एक अखाड़ा कमेटी आक्रोशित है।
मौके पर आरएसएस के जिला संघचालक मुकेश रंजन सिंह ने भी कहा कि बगैर सांउड सिस्टम के झांकियो का प्रदर्शन संभव नहीं। तो जो वक्त तय किया गया है। वो भी कहीं से उचित नहीं। रामनवमी भगवान राम की जंयती के साथ शौर्य और पराक्रम का त्योहार माना जाता है। तो इतनी पांबदियों के बीच रामभक्त किस प्रकार अखाड़ा और झांकी निकालेगें। लिहाजा, राज्य सरकार को पांबदियों में ढील देना होगा। और तय वक्त को हर हाल में हेमंत सरकार को आगे बढ़ाना होगा। तभी अखाड़ा कमेटी द्वारा अखाड़ा और झांकी निकालना संभव है। इधर बैठक में विकास शर्मा, दुर्गा सिंह, चंदन प्रजापति, अरुण भदानी समेत कई अखाड़ा कमेटी के पदाधिकारी और सदस्य मौजूद थे।