तिसरी पुलिस ने किया एक हार्डकोर नक्सली के साथ दो को गिरफ्तार
- एसपी ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी
- कहा ठेकेदारों से लेवी वसूलने के साथ ही दो की हत्या का है आरोपी
गिरिडीह। गिरिडीह के तिसरी थाना पुलिस ने एक नक्सली समेत दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार माओवादी और अपराधी में पंकज यादव और कमलेश यादव शामिल है। पुलिस को ये सफलता शुक्रवार की देर रात को मिली है। जबकि दूसरे दिन शनिवार की सुबह प्रेसवार्ता कर एसपी अमित रेनू और तिसरी थाना प्रभारी पीकू प्रसाद ने जानकारी देते हुए कहा कि दोनांे की गिरफ्तारी तिसरी के ही लोकायनयनपुर के इलाके से हुआ है। जबकि दोनों ही बिहार के जमुई के अलग-अलग थाना क्षेत्र के चरका पत्थर और खैरा थाना के चिल्काखार और कारितांड़ गांव के रहने वाले है।
एसपी ने बताया की बीते 11 जनवरी को तिसरी के खातपोंक स्वास्थ केंद्र में काम कर रहे मजदूरों के साथ तीन अज्ञात अपराधियों ने मारपीट किया था और इस घटना को पंकज यादव, कमलेश यादव के साथ उपेंद्र यादव ने अंजाम दिया था। घटना के दौरान तीनांे ने स्वास्थ केंद्र के मजदूरों को योजना का 15 फीसदी कमीशन देने को लेकर एक पत्र भी योजना के ठेकेदार चुन्नू सिंह के नाम दिया था। इस दौरान तीनों ने मजदूरों को धमकी देते हुए कहा था कि ठेकेदार को योजना की राशि के अनुरूप 15 फीसदी कमीशन देने को तैयार रखने को कहना। नही देने पर पंकज ने मजदूरों को अंजाम भुगतने की भी धमकी दी थी।
घटना के दूसरे दिन ठेकेदार ने घटना की पूरी जानकारी तिसरी थाना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई थी। मजदूरों के निशानदेही पर सबसे पहले उपेंद्र यादव को दबोचा गया। पूछताछ में उपेंद्र यादव ने बताया की खातपोंक के निर्माणाधीन स्वास्थ केंद्र के योजना के निर्माण को लेकर पंकज ने ही प्लान तैयार किया था। जिसमे उसने अपने करीबी कमलेश और तिसरी के खातपोंक गांव निवासी उपेंद्र को शामिल कर 11 जनवरी को घटना को अंजाम दिया था।
एसपी और थाना प्रभारी की माने तो गिरफ्तार उपेंद्र के पुलिस ने कई स्थानों पर छापेमारी किया। करीब एक माह बाद तिसरी पुलिस ने गुप्त सूचना पर शुक्रवार की देर रात लोकयनयनपुर से पंकज और कमलेश यादव को दबोचा। बताया कि पंकज के खिलाफ पहले से जमुई के चकाई थाना में आर्म्स एक्ट का केस दर्ज है। वहीं जमुई के ही चकाई थाना में साल 2021 के अगस्त माह में चतुर हेंब्रम और अर्जुन हेंब्रम का हत्या पुलिस मुखबिरी के आरोप में जमुई के नक्सली दस्ता के साथ कर दिया था। वैसे पंकज द्वारा कई ठेकेदारों से लेवी वसूलने की बात कही जा रही है। लिहाजा, पुलिस पंकज को एक हार्डकोर नक्सली ही बता रही है।