विद्या की देवी मां सरस्वती की अराधना के लिए गिरिडीह तैयार, शनिवार को होगा मां का आह्वान, प्रशासन भी मुस्तैद
गिरिडीहः
विद्या की अधिष्ठात्री मां सरस्वती की पूजा-अर्चना शनिवार को बंसत पंचमी के आगमन के साथ होगा। लेकिन एक तरफ महामारी तो दुसरी तरफ मौसम के बिगड़े मिजाज ने मां शारदे की अराधना में खलल डाल दिया है। शुक्रवार को गिरिडीह में मूर्तिकारों से माता की प्रतिमा ले जाते श्रद्धालु दिखें। मूर्तिकारों ने माता की प्रतिमा एक से बढ़कर तैयार किया है। कमोवेश, एक-एक प्रतिमा हर किसी का मनमोहने वाला मूर्तिकारों ने बनाया। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में भव्य पंडाल भी तैयार किए जा रहे है। वहीं दुसरी तरफ विद्या की अधिष्ठात्री मां सरस्वती की उपासान में कोई अशांति नहीं हो। इसकी तैयारी गिरिडीह प्रशासन ने पूरा कर लिया है। डीसी राहुल सिन्हा और एसपी अमित रेणु के ज्र्वाइंट निर्देश पर पूरे जिले में दो सौ से अधिक दडांधिकारी की प्रतिनियुक्ती की गई है। जबकि पुलिस बल भी उतारे गए है।
लिहाजा, गांव से लेकर शहर में चप्पे-चप्पे पर प्रशासन नजर रखे हुए है। पिछले दो दिनों से शहर और ग्रामीण इलाकों में फ्लैग मार्च किया जा रहा है। शांति समिति की बैठक तक जिले के हर थानों में कर लिया गया। वहीं बैठकों में डीजे बजाने के साथ अश्लील गानों और आपतिजनक गानों के बजाने पर भी पांबदी लगाया गया है।
प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने इस दौरान मूर्ति की स्थापना के दिन जहां हर पूजा-पंडालो पर नजर रखने का निर्देश दिया है। तो हर पूजा समितियों को यह हिदायत भी दिया गया है कि वो किसी सूरत में तेज आवाज में लाउडस्पीकर और सांउड बाॅक्स का इस्तेमाल नहीं करेगें। वैसे अधिकारियों ने विसर्जन को लेकर भी कई निर्देश जारी किए है। जिसमें संवेदनशील रास्तों से विसर्जन जुलूस गुजरने के दौरान पूरे रास्ते सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से निगरानी। और हर विसर्जन जुलूस को पुलिस के निगरानी में ले जाने का निर्देश जारी किया गया। अधिकारियों ने इस दौरान जिले के नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे में मूर्ति विसर्जन के दौरान कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है। जिसे कोई अप्रिय घटना नहीं हो।