फॉरेस्ट की जमीन बने बजरंगबली के मंदिर को किया ध्वस्त
- ग्रामीणों के साथ साथ नेताओं ने जताया आक्रोश
गिरिडीह। तिसरी प्रखंड के थाम्बाचक रोड के बगल में अर्ध निर्मित बजरंग बली मंदिर को वन विभाग के वनरक्षी टीम के द्वारा जेसीबी से ध्वस्त किया गया। मंदिर के चारो तरफ तोड़ दी गई। जब तक लोग वहां पहुंचते ध्वस्त कर निकल गए। जिसकी खबर आग की तरह फैल गई और स्थानीय राजनीतिक दल व लोगांे में विभाग के प्रति काफी आक्रोशित हुए। अर्ध निर्मित बजरंगबली मंदिर को तोड़ने के बाद ग्रामीण एवं कई राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता स्थल पहुंच कर हो हल्ला किया।
इस दौरान माले नेता मंटू शर्मा ने कहा कि ये मंदिर सार्वजनिक रूप से बनाया जा रहा था। थम्बाचक मुख्य सड़क पर आये दिन सप्ताह, महीना में कई व्यक्ति का एक्सीडंेंट द्वारा लगातार मरते थे। इससे यहां के ग्रामीण ने एक विचार कर एक डीसमिल जमीन में एक छोटा बजरंगबली मंदिर का निर्माण किया जा रहा था। लोगों की आस्था है कि दुर्घटना की रफ्तार मंदिर निर्माण से कमी हुई है। जेएमएम के वरिष्ठ नेता नारायण यादव ने कहा की अर्ध निर्मित मंदिर को ध्वस्त करना निंदनीय और घोर अपराध है। जब मंदिर का निर्माण 6 माह पूर्व से निर्माण शुरू किया गया था तब वन विभाग कहां था। अगर मंदिर निर्माण की सीमा फॉरेस्ट के अंदर है तो भी कुछ नियम है मंदिर बनाने का। कहा कि यहां कोई मकान, खेती नही किया जा रहा था जो वन विभाग द्वारा कार्यवाही किया गया है।
कहा कि तिसरी प्रखंड में फॉरेस्ट जमीन में कई मकान बनाया जा रहा है, मनरेगा योजना के तहत फॉरेस्ट जमीन में डोभा निर्माण, फॉरेस्ट जमीन को दलाल के हाथों द्वारा बेचा जा रहा है, लेकिन इस पर वन विभाग के अधिकारियों को ध्यान नही है क्योंकि इसके एवज में नीचे से उपर तक मोटी रकम पहुंच जाता है। मेरा सरकार से मांग है की जल्द से जल्द इस तोड़े हुए अर्ध निर्मित मंदिर को ठीक किया जाए नही तो आगे आंदोलन के तैयार है।
अर्ध निर्मित मंदिर ध्वस्त होने के बाद जब मीडिया वनरक्षी पवन कुमार से कारण पूछा तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए बोला कि ये उच्च अधिकारी से आदेश से किया गया है। उसके बाद अर्ध निर्मित बजरंगबली मंदिर को ध्वस्त किया गया है। दुसरी तरफ घाघरा गांव में उमेश दास का नवनिर्माधिन भवन को ध्वस्त की गई। जिससे उमेश दास व उनके पूरा परिवार दुःखी है। बताया जाता है कि उमेश दास प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भवन बना रहे थे। तभी वनरक्षी पवन कुमार, प्रियेश कुमार, पबिन्द्र गुप्ता, अभिमित राज, अशोक यादव सहित गांवा वनक्षेत्र के भी वनरक्षी मौके पर पहुंचे और भवन को गिरा दिया।