छठ पर्व का प्रसाद ग्रहण प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी पहुंचे चंदौरी, पलमरुआ व तिसरी
- स्थानीय लोगों से मुलाकात कर समस्याओं से हुए अवगत
- कई लोगों से समस्याओं को दूर करने की की मांग
गिरिडीह। जिले के तिसरी में लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के पारण के दिन धनवार विधायक सह झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी अपने कार्यकर्ताओं के साथ छठ पूजा का प्रसाद ग्रहण करने के लिए चंदौरी, पलमरुआ व तिसरी पहुंचे। इसके पश्चात आदिवासी समाज कल्याण समिति के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में समाज के अध्यक्ष सोनू हेम्ब्रोम व महिला समिति के द्वारा शॉल देकर उनका स्वागत किया गया। समाज के लोगांे ने तीन मुख्य बिंदुओं की मांग पत्र सौपी।
बता दे कि श्री मरांडी गुरुवार को अपने पैतृक आवास कोदईबांक से निकल कर चन्दौरी, पलमरुआ, नैयाडीह गांव में पर्वतीया के घर पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किये। गांव में दर्जनो लोगांे से क्षेत्र की समस्या पर जानकारी ली। तिसरी में आदिवासी समाज के अध्यक्ष सोनू हेम्ब्रोम के आवास में श्री मरांडी का समाज के समिति के लोगों द्वारा स्वागत किया गया।
महिला मंडल की अध्यक्ष सुनीता हेम्ब्रोम ने श्री मरांडी को बताया कि समाज में बाल विवाह, बाल व्यापार, डायन प्रथा, बाल मजदूरी आदि समस्या व कुरीतियो व प्रथाओं पर काम करते है। लोगांे को जागरूक कर रहे है। उन्होंने श्री मरांडी से तिसरी में रात्रि विश्राम गृह, तिसरी चंदौरी, कोदईबांक जाने वाले चौराहे पर सिन्दू कान्हू का स्मारक व तिसरी भंडारी रोड में स्थित मांझी थान का आवास के साथ घेरा बंदी की व्यवस्था करने की मांग की।
मौके पर वरिष्ठ कार्यकर्ता चुनुकान्त सिन्हा, उदय साव, रामचंद्र ठाकुर, रविन्द्र पंडित, सुनील साव, सुनील शर्मा, छोटू किस्कू, कुणाल सिंह, संदीप शर्मा, चंदू कुमार, संजीत राम व आदिवासी समाज के अनासियास हेम्ब्रोम, शुशीला हेम्ब्रोम, रोजमेरी किस्कु, सुनीता किस्कु आदि कई लोग मौजूद थे।