30 जून को हुल दिवस पर महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे वाम दल
कोडरमा। मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध पखवाड़ा के समापन पर तीन वामपंथी पार्टियां सीपीआई, सीपीएम और माले आगामी 30 जून को हुल दिवस पर महंगाई के खिलाफ कोडरमा मे विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगा। यह निर्णय शुक्रवार को सीपीएम के जिला सचिव असीम सरकार की अध्यक्षता में आयोजित वाम दलों की बैठक में लिया गया। बैठक में सीपीआई के जिलामंत्री प्रकाश रजक, माले के जिला कमिटी सदस्य राजेन्द्र मेहता, सीपीएम नेता संजय पासवान, लक्ष्मण दुसाद, भोला पासवान, रंजन रजक आदि शामिल थे। बैठक में वाम दलों के नेताओं ने कहा कि महंगाई वृद्धि दर 10 प्रतिशत से ऊपर चल रही है और इसने पिछले 25 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आम आदमी के थाली से हरी सब्जी और दाल गायब हो गया है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें महंगाई की इस आग में घी का काम कर रही है। वामपंथी नेताओं ने कहा कि कोरोना महामारी ने लोगों की रोजी-रोटी और जिंदगी को तबाह कर दिया है। मांग के अभाव में अर्थव्यवस्था मंदी के दौर में चली गई है। लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं। इससे उबरने के लिए आयकर दायरे से बाहर के लोगों को नगद मदद की जरूरत है। मोदी सरकार न केवल इससे इंकार कर रही है, बल्कि इस महामारी से मौत के शिकार हुए परिवारों को केंद्रीय आपदा प्रबंधन कानून के अनुसार चार लाख रुपयों की मदद देने से इंकार कर दिया है। जिस पर मात्र 16 सौ करोड़ रुपये ही खर्च होना है। देश में कोरोना से कम, स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली से ज्यादा लोग मरे हैं और इन मौतों की जिम्मेदारी सिर्फ केंद्र की भाजपानीत मोदी सरकार की है। सरकार की इस जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आम जनता को सड़कों पर उतरना होगा।




