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10वीं व 12वीं की परीक्षा रद्द होने के बाद छात्रों में कहीं खुशी कहीं गम

कोडरमा। झारखंड में भी 10 वीं एवं 12 वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द कर दी गइ है। यह कयास लगाए ही जा रहे थे कि परीक्षा के बारे में हेमंत सरकार जल्द फैसला लेगी। आखिरकार सरकार ने जैक बोर्ड की दोनों परीक्षाएं रद्द करने का फैसला गुरुवार को दिया। कोडरमा के भी हजारों छात्र इस बारे में निर्णय का इंतजार कर रहे थे। सरकार के इस निर्णय से जैक बोर्ड के छात्रों ने राहत की सांस ली है। कोडरमा शिक्षक भी इससे संतुष्ट दिखाई पड़ रहे हैं। अंक किस आधार पर मिलेंगे यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन फार्मूला यह तय किया गया है कि कक्षा दसवीं के छात्रों को वर्ष 2019 में ली गइ आठवीं, नौंवी की परीक्षा के आधार पर दसवीं में अंक प्रदान किया जाएगा। वहीं 12वीं में वर्ष 2019 में दसवीं और 2020 में 11वीं के अंक के आधार पर अंक मिलेंगे। इसके अलावा जैक के पास कोई विकल्प दिखाई नहीं पड़ता। कक्षा आठवीं, नौंवी व 11वीं की परीक्षाएं जैक बोर्ड ने ली थी। कोडरमा के छात्र-छात्राओं में इसको लेकर कहीं खुशी कहीं गम है। 

क्या कहते हैं छात्र एवं छात्राएं

मानसी कुमारी, 12वीं जेजे काॅलेज

इधर परीक्षा देने वाले छात्र छात्राओं ने कहा कि परीक्षा परिणाम को लेकर वे बहुत चिंतित थे। सभी बोर्ड की परीक्षाएं रद हो रही थी, और उनका नहीं हो रहा था। पुरे प्रदेश में कोरोना का प्रकोप से लोग परेशान है। ऐसे में परीक्षाएं आयोजित करना उचित नहीं था। सरकार का यह फैसला उचित है। हमारा रजिल्ट किस आधार पर बनेगा साथ ही हमारा पुरा साल बरबाद हो गया और एडमिशन किस आधार पर होगा, इन्टरेंश परीक्षा किस आधार पर आयोजित होगी पता नहीं।

अंजली कुमारी कक्षा दशम , सीडी गल्र्स स्कुल

अंक जैसे भी मिले, सभी के लिए एक समान मानक तय होंगे। पिछले दो वर्ष से जैक द्वारा ली गई परीक्षाओं के आधार पर यह अंक दिया जा सकता है। परीक्षा रद होना अच्छी बात नहीं है। क्योंकि दशमी की परीक्षा परखने की पहली सीढी होती है। आगे कौन भी विषय लेकर पढाई करें इस विषय पर छात्र चिंतित दिखाई पड रहे है। मानसिक तनाव खत्म हुआ।  

राहुल कुमार 12वीं जेजेकाॅलेज

12वीं की परीक्षा रदद होने से कोई निशित्ता नहीं रही। 11वीॅ में छात्र उतना मेहनत नहीं करते जितना की कक्षा 12वीं में करते है। वैसे छात्र जो दिन रात एक करके पढाईकर रहे थे वह अपने परिवार व शिक्षकगण का मान बढाने में लगे थे उनके निराशा हाथ लगी है। परीक्षा आॅनलाइन ली जा सकती है। लेकिन परीक्षा के न होने के वजह से किस बुनियाद पर दिये जायेगें और किस आधार पर नामांकन होगा ? इससे छात्र चितिंत हैं।

उचित कुमार सी एच प्लस 2 हाई स्कुल

देर से ही सही जैक ने सरकार की सहमति से अच्छा फैसला लिया है। इसकी उम्मीद थी। अब अंक देने का प्रारुप क्या तय होगा यह देखना होगा। अन्य बोर्डों की तरह सभी के लिए नियम एक समान होंगे। अब जब परीक्षा रद हो गई तो बच्चों के मन में यह सवाल कौंधने लगा है कि आखिरकार अब उनका मूल्यांकन कैसे होगा। भविष्य में अगली कक्षा में एडमिशन व  इंजीनियरिंग-मेडिकल की प्रतियोगी परिक्षाओं में शामिल होने का अब आधार क्या होगा। इसे लेकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल व स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के अधिकारी भी मंथन-चितंन में कर शीर्घ बतायें।

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