उर्दू विद्यालयों में शुक्रवार को हो साप्ताहिक अवकाश: तंजीम इस्लाहुल मुस्लेमीन
जुम्मे की नमाज के बाद हेंमत सरकार के खिलाफ की इजहारे मुखालफत
गिरिडीह। तंजीम इस्लाहुल मुस्लेमीन के सदस्यों द्वारा प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के निदेशालय द्वारा जारी अवकाश तालिका में उर्दू विद्यालयों में शुक्रवार को अवकाश नहीं करने के खिलाफ में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ लोगों ने जुमा नमाज बाद इजहारे मुखालफत जाहिर किया। इस बाबत तंजीम के मीडिया प्रभारी मोहम्मद असरार आलम ने बताया कि इस वर्ष की जारी अवकाश तालिका में साप्ताहिक अवकाश शुक्रवार का अलग से जिक्र नहीं किया गया है। उर्दू विद्यालयों में साप्ताहिक अवकाश शुक्रवार को होता था। ऐसे में अब उर्दू विद्यालयों में भी साप्ताहिक अवकाश रविवार को होगा। निदेशालय स्तर से जारी अवकाश तालिका का तंजीम पुरजोर मुखालफत करती है और उर्दू विद्यालयों में पूर्व की भांति अवकाश रखने की मांग करती है।
मांग पूरी नही होने पर प्रदर्शन की दी चेतावनी
असरार आलम ने कहा ये महगठबंधन की सरकार भी मुसलमानों के साथ अन्याय कर रही है जिसका जवाब हमलोग जरूर देंगे। सोमवार तक अगर फैसला वापस नहीं लिया गया तो सोमवार शाम को मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया जायेगा। तंजीम के सदर शहादत अली ने कहा कि अवकाश तालिका में कई तरह की खामियां है। अवकाश तालिका से लोकल पर्व टुसू, जितिया, तीज और सबेबरात के अवकाश को खत्म कर दिया है जिसे जल्द से जल्द दुरुस्त करे अन्यथा पुरजोर तरीके से विरोध प्रदर्शन किया जायेगा।
ज्ञात हो कि प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में इस वर्ष 60 दिन का अवकाश रहेगा। पूर्व में प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के अवकाश जिला स्तर से अवकाश तालिका जारी किया जाता था। साजिश के तहत इस बार निदेशालय से जारी किया गया है। जब दुरुस्त नहीं होगी तंजीम इसकी हक की लड़ाई लड़ते रहेगी। उपस्थित लोगों में हेमन्त सोरेन सरकार पर काफी नाराजगी देखी गई। आज जुमा बाद जमुआ, काजीमगहा पतरोगुंडी, खरगडीहा, चकमंजो, लताकी, चम्पादह, रैईयोडीह, कसियोटोल, नीमापहरी समेत सभी अल्पसंख्यक गांव में जुम्मा नमाज के बाद सरकार के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया।