गिरिडीह नगर निगम में दो माह के भीतर डैथ सर्टिफिकेट के लिए आएं 217 आवेदन, 16 कोरोना संक्रमण से जुड़े
प्राथमिकता के तौर पर किया जा रहा है प्रमाण पत्र निर्गत
गिरिडीहः
मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए गिरिडीह नगर निगम में सालों भर मृतकों के परिजनों द्वारा आवेदन आते रहते है। लेकिन मार्च से मई के बीच दो माह में निगम के पास 217 आवेदन आएं। तो 16 आवेदन निगम से कोरोना संक्रमण से हुए मौत से जुड़े है। इतने आवेदन पिछले मई माह के अंतिम दिन 31 मई तक आएं। जबकि निगम सूत्रों की मानें तो तीन दिनों में संक्रमण से हुए मौत के कई और आवेदन आएं है। इन आवेदन को निगम के कर्मियों द्वारा छांटा जा रहा है। क्योंकि उप नगर आयुक्त ने संक्रमण से हुए मौत के प्रमाण पत्र को किसी सूरत में पैंडिग नहीं रखने का निर्देश दिया है। लिहाजा, कोरोना से हुए डैथ के आवेदन को निगम कर्मी प्राथमिकता के तौर पर निपटाने में जुटे हुए है। जानकारी के अनुसार अभी जितने आवेदन निगम को डैथ सर्टिफिकेट बनाने के लिए मिले है। उनमें से अधिकांश आवेदन दुसरे राज्यों और रांची में इलाज के दौरान डैथ किए गए संक्रमित के परिजनों का है। हालांकि इनमें से कुछ आवेदन होम आईसोलेशन के दौरान डैथ किए संक्रमितों का भी बताया जा रहा है। इधर रांची के अलावे दुर्गापुर के हाॅस्पीटल में संक्रमण से जान गंवाने वालों के परिजनों ने प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया है। फिलहाल निगम के पास आएं आवेदनों में सारे गैर सरकारी आंकड़ो के मौत से जुड़े हुए है। जबकि सरकारी आंकड़ो के आवेदन फिलहाल निगम के पास नहीं आने की बात सामने आई है। ऐसे में ये तय माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में सरकारी आंकड़ो के आवेदनों की लिस्ट बाकी है। निगम के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना से डैथ के छह आवेदनों पर प्रमाण पत्र बनाकर आवेदकों को निर्गत भी कर दिया गया है।