बंगाल के 70 लाख किसानों के पैसे रोककर बैठी हैं ममता : मोदी
नई दिल्ली/कोलकाता। पश्चिम बंगाल में ममता सरकार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केंद्र की योजना नहीं लागू कर रही हैं। राज्य के 70 लाख से अधिक किसानों को लाभ पहुंचाने से वे रोक रही हैं। केंद्र की पीएम किसान योजना के तहत हर साल 6000 रुपये प्रदान किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने आश्चर्य व्यक्त किया कि नये कृषि बिलों के खिलाफ आंदोलन हुए, पश्चिम बंगाल में पीएम-किसान योजना को लागू नहीं करने के फैसले के खिलाफ कोई विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ। पश्चिम बंगाल के लगभग 70 लाख किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, जो पूरी तरह से केंद्र द्वारा वित्त पोषित है। प्रधानमंत्री मोदी ने ये बात पीएम किसान योजना के तहत नौ करोड़ से अधिक किसान परिवारों को 18000 करोड़ रुपये से अधिक जारी करने के बाद कही।
उल्लेखनीय है कि किसानों को यह राशि 2000 रुपये की तीन समान किश्तों में दी जाती है। फंड सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित किया जाता है। इस साल के मध्य तक पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं। मोदी ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार ने पश्चिम बंगाल को नष्ट कर दिया है और राज्य में किसानों के लिए लाभ रोककर राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि पूरा देश पीएम-किसान कार्यक्रम से लाभान्वित हो रहा है, लेकिन केवल एक राज्य पश्चिम बंगाल ने इस योजना को लागू नहीं किया है। लिहाजा, 70 लाख से अधिक किसान इस योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं और यह पैसा उन तक नहीं पहुंच रहा है। इस योजना का लाभ लेने के लिए पश्चिम बंगाल के 23 लाख से अधिक किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया है, लेकिन राज्य सरकार ने इतने लंबे समय तक सत्यापन प्रक्रिया को रोक दिया है।
उन्होंने कहा कि पीएम-किसान योजना के पैसे को सुनिश्चित करने के लिए कोई विरोध क्यों नहीं हुआ। यदि आप ममता के 15 साल पुराने भाषण को सुनते हैं, तो आपको पता चलेगा कि इस विचारधारा ने बंगाल को कितना बर्बाद कर दिया है। मोदी ने कहा कि सभी जानते हैं कि दशकों से वहां शासन करने वालों की राजनीतिक विचारधारा से राज्य कैसे बर्बाद हो गया है। जनता स्वार्थी राजनीति करने वालों को बहुत करीब से देख रही है। पश्चिम बंगाल में किसानों के लाभ पर बात नहीं करने वाली पार्टियां यहां दिल्ली के नागरिकों को किसानों के नाम पर परेशान करने में लगी हुई हैं और देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर रही हैं।