राष्ट्रीय कायस्थवृन्द ने मनाई पूर्व मुख्यमंत्री केबी सहाय की 124वीं जयंती
- स्व0 सहाय के जीवनी पर डाला प्रकाश, कहा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी कृष्ण बल्लभ सहाय
गिरिडीह। कायस्थों की अग्रणी संस्था राष्ट्रीय कायस्थ वृन्द द्वारा एकीकृत बिहार के मुख्यमंत्री रहे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी कृष्ण बल्लभ सहाय उर्फ केबी सहाय की 124वीं जयंती गिरिडीह कॉलेज स्थित केबी सहाय उद्यान में मनायी गयी।
मौके पर केबी सहाय के जीवन पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय कायस्थवृन्द के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह अधिवक्ता त्रिपुरारी प्रसाद बक्सी ने कहा कि बिहार के पटना जिले के शेखपुरा के एक मध्यवर्गीय कायस्थ परिवार में 31 दिसंबर 1898 को कृष्ण वल्लभ सहाय का जन्म हुआ था। मुंशी गंगा प्रसाद के ज्येष्ठ पुत्र कृष्ण बल्लभ सहाय सन 1919 में सेंट कोलंबा कॉलेज हजारीबाग से अंग्रेजी आनर्स से प्रथम श्रेणी में स्नातक परीक्षा उतीर्ण की थी। वे 1920 के असहयोग आन्दोलन में शामिल हो गए। सन 1923 में उन्होंने समाज पार्टी के मंत्री के रूप में बिहार विधान परिषद में प्रवेश किया।
उन्होंने कहा कि कृष्ण वल्लभ सहाय भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी भी थे। सविनय अवज्ञा आन्दोलन में दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। स्वामी सहजानंद द्वारा चलाए गये किसान आन्दोलन में भी उन्होंने सक्रिय रूप से सहयोग किया था। सन 1963 में केबी सहाय बिहार के मुख्यमंत्री नियुक्त हुए। बताया कि गिरिडीह जिले से उनका आपका आत्मीय सम्बन्ध रहा था। वे गिरिडीह के पहले विधायक रहे थे। उनके ही कार्यकाल में गिरिडीह में सदर अस्पताल, खंडोली डैम, गिरिडीह कॉलेज और उसरी नदी पर कॉज वे पुल का निर्माण हुआ था। जिस कारण गिरिडीह वासी आज भी उन्हें याद करते हैं।
इस मौके पर राष्ट्रीय कायस्थवृन्द के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश कुमार, प्रदेश अध्यक्ष संजीव रंजन सिन्हा, जिलाध्यक्ष एम के वर्मा, जिला उपाध्यक्ष उत्तम लाला समेत कई अन्य लोग मौजूद थे।