पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से तीन महिला समेत 10 की मौत
- 35 से 40 श्रद्धालुओं के लापता होने की खबर
- सेना, एनडीआरएफ समेत कई एजेंसियां रेस्क्यू में जुटीं
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेस्क्यू मिशन की ली जानकारी
दिल्ली। शुक्रवार की शाम को करीब 6 बजे पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से अब तक 3 महिलाओं समेत 10 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 35 से 40 श्रद्धालुओं के अब भी फंसे होने की खबर है। बताया जाता है कि जिस समय बादल फटा, उस समय गुफा के पास 10 से 15 हजार श्रद्दालु मौजूद थे।
बताया जाता है कि पवित्र गुफा से करीब एक से दो किलोमीटर पहले बादल फटने की घटना हुई। बादल फटने के कारण पहाड़ों से तेज बहाव के साथ आए पानी से श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए करीब 25 टेंट और दो से तीन लंगर बह गए। बारिश से पूरे इलाके में तेजी से पानी भर गया और कई लोग इसकी चपेट में आ गए। कई श्रद्धालु लापता हैं और उनके तेज बहाव में बहने की आशंका जताई जा रही है।
बादल फटने की घटना के तुरंत बाद सेना, आईटीबीपी, सीआरपीएफ, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम ने रेस्क्यू शुरू कर दिया। इस बाबत एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि लोगों को सुरक्षित निकालकर कैंपों तक पहुंचाया जा रहा है। घायलों को एयरलिफ्ट करके अस्पताल ले जाया गया है।
इधर बादल फटने की घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात कर घटना की जानकारी ली है। इस दौरान उन्होंने हादसे पर दुख व्यतित करते हुए पीड़ित लोगों तक हर मुमकिन मदद पहुंचाने की बात कही। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट करते हुए बाबा अमरनाथ जी की गुफा के पास बादल फटने से आई बाढ़ के संबंध में मैंने एलजी मनोज सिन्हा से बात कर स्थिति की जानकारी ली है। लोगों की जान बचाना प्राथमिकता है। सभी श्रद्धालुओं की कुशलता की कामना करता हूं।