नवमी तिथि में हुई मां सिद्धिदात्रि की पूजा अर्चना
- संधिबेला व बली के बाद हवन को दी गई पूर्णाहुति
- विभिन्न दुर्गा स्थानों पर उमड़ी भक्तों की भीड़
गिरिडीह। शारदीय नवरात्र के नौवे दिन गुरुवार विभिन्न दुर्गा स्थानों में मां शक्ति के नौवे स्वरूप माता सिद्धिदात्रि की पूजा श्रद्धा भाव से की गई। हालांकि अष्टमीपूजन की तिथि के बाद बुधवार को ही रात्रि 11.35 बजे नवमी तिथि शुरू होने के कारण विभिन्न दुर्गा मंडपों में आरती का दौर शुरू हो गया। जिसमें काफी संख्या में भक्तों ने हिस्सा लिया और पूरे भक्ति भाव से मां शक्ति की आरती की। आरती के बाद अष्टमी तिथि और नवमी तिथि के मीलन की बेला में संधिपूजन की गई। इस दौरान भुआ, ईख और ढाब की बली दी गई। इस क्रम में पूरा मंडप माता रानी के जयकारे से गुंज उठा।
संधिपूजन व बली पूजन के बाद शहर के तिरंगा चौक स्थित श्री श्री आदि दुर्गा मंडप व छोटकी काली मंडा में हवन का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में भक्तों ने हिस्सा लिया और हवन को पूरे विवि विधान के साथ पूर्णाहुति दी। हवन के पश्चात माता की आरती करने के साथ ही छप्पन भोग लगाया गया।
इधर गुरुवार को नवमी तिथि में कई मंडपों में श्रद्धा भाव से मां शक्ति की अराधना करने के बाद बली दी गई।