किसका है पचंबा बस डीपो का विवादित 17 एकड़ 72 डिस्मिल प्लाॅट, गिरिडीह के सदर सीओ ने शुरु किया जांच
भाजपा नेताओं और झामुमो विधायक के तल्ख और गर्म हुए राजनीतिक का केन्द्र बने विवाद का शुरु हुआ जांच
बगैर कोई दस्तावेज देखे सदर सीओ ने पूरे विवादित प्लाॅट को बता दिया रैयती
गिरिडीहः
भाजपा नेताओं और झाामुमो के गिरिडीह सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू के बीच तल्ख और आरोप-प्रत्यारोप की गर्मायी राजनीतिक का केन्द्र बने पचंबा बस डीपो जमीन की जांच मंगलवार से शुरु कर दिया गया। वैसे किसी दस्तावेज को और रैकर्ड रुम के दस्तावेज को देखे बगैर ही सदर अचंल के सीओ रविभूषण प्रसाद ने बस डीपो के 17 एकड़ 72 डिस्मिल के विवादित प्लाॅट को रैयती बताते हुए कहा कि डीसी से मिले जांच के निर्देश के आधार पर वो पहले दिन पूरे प्लाॅट का सीमांकन करने पहुंचे है। जबकि रैकर्ड रुम के दस्तावेज हो या, विवादित प्लाॅट पर दावा करने वाले सुरेश गुप्ता समेत दुसरे पक्ष से कांग्रेस नेता व उनके भाई समेत दिवगंत चिकित्सक के बेटे और गिरिडीह के दो नामचीन छड़ फैक्ट्री के मालिक। फिलहाल किसी ने जांच को लेकर किसी प्रकार दस्तावेज सीओ को नहीं सौंपा। इसके बाद भी सीओ ने पूरे प्लाॅट को ही रैयती प्लाॅट का दावा कर दिया। इस दौरान सीओ रविभूषण के साथ सीआई जीतेन्द्र प्रसाद और कई कर्मी भी शामिल थे। एक तरफ विवादित प्लाॅट का सीमांकन हो रहा था। तो दुसरी तरफ प्लाॅट के दावेदारों के साथ कई और लोग वहां मौजूद थे। जो प्लाॅट जांच पर नजर रखे हुए थे। वैसे पचंबा बस डीपो के विवादित प्लाॅट पर दावेदारों द्वारा कोई हिंसक वारदात नहीं हो।

इसके लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा पचंबा थाना पुलिस को भी खास निर्देश दिया गया है। सीओ के अनुसार अब पूरे प्लाॅट के आसपास बने घरों के गृहस्वामी से भी दस्तावेज मांगे जाएगें कि उनलोगों ने किसे जमीन की खरीदारी किया था। सीओ की मानें तो पूरे जांच में करीब 15 दिनों से अधिक का वक्त लग सकता है। क्योंकि प्लाॅट काफी बड़ा है और चारों तरफ झाड़िया है। ऐसे में झाड़ियों को हटाकर सीमांकन किया जाएगा। इसके बाद हर दावेदारों से उनके दस्तावेज भी लिए जाएगें। और हर दस्तावेजों की जांच कर 15 दिनों के बाद रिपोर्ट डीसी को सौंपा जाएगा।