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मनरेगा योजना में अनियमितता, डीडीसी से जांच की मांग

गिरिडीह। तीसरी प्रखंड के गुमगी पंचायत में मनरेगा योजना में भारी अनियमितता बरते जाने का एक मामला प्रकाश में आया है। यहां मनरेगा कार्य हेतु दो सौ मजदूर का डिमांड भरा गया है। इसका मतलब है कि इस मूसलाधार बारिश में भी मनरेगा योजना में मजदूर कार्य कर रहे है, जो काफी आश्चर्यजनक लग रहा है। इस मामले को लेकर गुमगी के समाजसेवी बलवीर यादव ने उप विकास आयुक्त व बीडीओ को आवेदन देकर जांच की मांग की है।

रोजगार सेवक पर लगा है आरोप

डीडीसी व बीडीओ को दिए आवेदन में कहा गया है कि रोजगार सेवक रोहित मरांडी व गुमगी पंचायत में मनरेगा योजना की कार्य करवा रहे बिचौलिया की मिलीभगत से भारी अनियमितता बरती जा रही है। पुरे प्रदेश में दस दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। वहीं रोजगार सेवक बिचौलिए के साथ मिलकर मनरेगा योजना के तहत डोभा, कूप, कच्ची नाली व रोड योजना के लिए 16 जून से 22 जून तक दो सौ मजदूर का डिमांड भरा है। भारी बरसात में किस योजना में मजदूर काम कर रहा है, इसकी जांच कराने की अपील की गई है। वहीं रोजगार सेवक रोहित मरांडी ने इस मामले कहा कि 53 मजदूर का डिमांड किया गया है। बरसात में जो मजदूर काम नही करेगा उसका मजदूरी काटा जायेगा।

पांच दिन पूर्व भी की गई थी शिकायत

वहीं प्रखंड के खिजुरी पंचायत के बलियारी व चकलमुंडा गांव के भाजपा नेता उपेंद्र साव सहित अन्य ग्रामीणों ने पांच दिन पूर्व ही बीडीओ सुनील प्रकाश को मनरेगा योजना से कूप व सड़क निर्माण में गड़बड़ी कर बिचौलिए द्वारा अवैध रूप से निकासी करने की शिकायत की थी। बताया गया कि बलियारी गांव में बड़की हेम्ब्रोम की जमीन पर कूप निर्माण पुराने कूप में कर लगभग चार लाख रुपये निकासी की गई है। पांच दिन बाद भी मनरेगा योजना में गड़बड़ी की शिकायत का जांच नही करने पर कई सवाल खड़े कर रही है।

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