गिरिडीह कोर्ट के कुटुंब न्यायलय में दो पति-पत्नी ने दुबारा साथ जीवन जीने की खाई कसम, किया गया घर वापसी
गिरिडीहः
गिरिडीह कोर्ट के कुंटुब न्यायलय में पांच दिवसीय मध्यस्थता विशेष ड्राइव की शुरुआत सोमवार को किया गया। प्रधान जिला एंव सत्र न्यायधशी वीणा मिश्रा के साथ कुंटुब न्यायलय के प्रधान जिला एंव सत्र न्यायधीश अरविंद पांडेय ने विशेष ड्राइव की शुरुआत किया। इस दौरान पहले दिन पति-पत्नी विवाद से जुड़े 46 मामलों का निष्पादन होना था। लेकिन सिर्फ दो पक्ष के ही पति-पत्नी ने आपसी संवाद के तहत दुबारा साथ जीवन जीने का कसम खाते हुए एक-दुसरे के साथ दुसरी बार रहने का संकल्प लिया। इस दौरान दो पक्षों में आपसी संवाद को मजबूत करने में गिरिडीह कुंटुब न्यायलय के प्रधान जिला एंव सत्र न्यायधीश अरविंद पांडेय ने महत्पूर्ण भूमिका निभाया। और दोनों पक्षों को माला पहनाकर घर रवाना किया गया। मौके पर दोनों पक्षों के परिजन भी मौजूद थे। इस पांच दिवसीय विशेष ड्राइव को लेकर घरेलू विवाद से जुड़े 178 मामले कुटुंब न्यायलय के कोर्ट में पहुंचे। और विशेष ड्राइव के पहले दिन 46 मामलों का निष्पादन होना था।
तो दुसरी तरफ दो मामलों का ही निष्पादन हो सका। इधर जिला एंव सत्र न्यायधीश वीणा मिश्रा ने कहा कि घरेलू विवाद के मामले बढ़ने का कारण सिर्फ पति-पत्नी और सास-ससुर के बीच संवादहीनता है। सास-ससुर बहु को अगर बेटी का दर्जा दे, तो ऐसे हालात नहीं होने वाले। जबकि पति को भी आपस में स्न्नेह के रिश्ते से जोड़ना चाहिए। इधर स्पेशल ड्राइव को सफल बनाने में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सौरव कुमार गौतम, अधिवक्ता उर्मिला शर्मा, उदय मोहन पाठक समेत कई पैनल अधिवक्ता मौजूद थे।