विश्व पर्यावरण दिवस पर व्यवहार न्यायालय के प्रांगण में हुआ वृक्षारोपण
- औद्योगिकरण के इस दौर में पेड़ो की कटाई होने से पर्यावरण को हो रही क्षति: प्रधान जिला जज
गिरिडीह। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से व्यवहार न्यायलय परिसर में वृक्षारोपण कर किया गया। इस मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह जिला विधिक सेवाए प्राधिकार के अध्यक्ष वीणा मिश्रा, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अशोक कुमार एवं न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अभिनंदन पांडेय सहित अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से वृक्षारोपण किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीणा मिश्रा ने कहा कि प्रकृति का संरक्षण करना हम सभी लोगों का परम दायित्व है। पर्यावरण को संरक्षित रखने के लिए हम सभी को अधिक से अधिक संख्या में पेड़ पौधों को लगाना चाहिए। साथ ही साथ वनों की अनावश्यक कटाई नहीं करनी चाहिए। आज औद्योगिकरण के इस दौर में मनुष्यों ने पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर पर्यावरण को गंभीर क्षति पहुंचाई है, इसके परिणाम स्वरूप ग्लोबल वार्मिंग का खतरा पूरी पृथ्वी के ऊपर मंडरा रहा है एवं लगातार धरती के तापमान में वृद्धि हो रही है। इससे सभी प्राणियों के साथ-साथ मानव जीवन के ऊपर भी गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। कहा कि विगत वर्षों में कोविड-19 कर मन के काल में हम सभी लोगों ने ऑक्सीजन की कमी के कारण काफी लोगों को दम तोड़ते हुए देख चुके हैं। इन घटनाओं से हम सभी को सबक लेते हुए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सजग होकर कार्य करने की आवश्यकता है।
अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अशोक कुमार व न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अभिनंदन पांडेय ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा करने से ही हम सभी सुरक्षित रह सकते हैं। आज वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण इत्यादि विभिन्न प्रकार के प्रदूषणों से हमारी धरती आहत हो रही है। इस वजह से हम सभी के समक्ष भी जीवन संकट का खतरा उत्पन्न हो चुका है। अतः हम सभी लोगों को अभी से सचेत रहकर पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में कार्य करनी चाहिए, जिससे मानव प्रजाति की रक्षा हो सके।
कार्यक्रम को डीएफओ प्रवेश अग्रवाल एवं आरएफओ एसके रवि ने भी संबोधित किया। वहीं जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सौरव कुमार गौतम ने जिले के सभी प्रखंडों में प्रतिनियुक्त पारा लीगल वालंटियर्स को गूगल मीट एप के माध्यम से ऑनलाइन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर इन विषयों के ऊपर जागरूक किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में व्यवहार न्यायालय के कर्मचारी प्रभाकर कुमार सिंह, प्राणेश अजीत, निर्भय शंकर चौधरी, नवनीत कुमार दाराद, देवेंद्र कुमार दास, ताबिश जहूर सहित पारा लीगल वालंटियर्स दिलीप कुमार, अशोक कुमार वर्मा, शालिनी प्रिया, संतोष कुमार, प्रदीप कुमार सहित अन्य न्यायालय कर्मियों एवं वन विभाग के कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।