गिरिडीह पुलिस को दिया गया फर्स्ट रिस्पांसडर का प्रशिक्षण
- सुरक्षा व्यवस्था के साथ साथ सड़क हादसे के शिकार व्यक्ति को भी सुरक्षित करने में भूमिका निभाएगी पुलिस
गिरिडीह। सड़क हादसे में शिकार व्यक्ति को सुरक्षित करने के लिए अब गिरिडीह पुलिस चिकित्सक की भूमिका भी निभाएगी। बुधवार को न्यू पुलिस के मीटिंग हाल में प्राथमिक उपचार को लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें साउथ एशिया क्षेत्रिए आपदा रिस्पांस टीम के क्षेत्रिए प्रभारी डा. निशांत कुमार, रवि कुमार और गिरिडीह के चिकित्सक डा. रवि महर्षि ने जिले के 26 थानों के पुलिस पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिए। इस दौरान एसपी अमित रेणु, एएसपी हारिश-बिन-जमां, डीएसपी संजय राणा भी इस प्रशिक्षण में शामिल हुए।
प्रशिक्षण के दौरान 26 थानों के पुलिस पदाधिकारी को साउथ एशिया क्षेत्रिए आपदा रिस्पांस टीम के पदाधिकारियों ने फर्स्ट एड कीट का वितरण कर उसके इस्तेमाल की पूरी जानकारी दी। मौके पर प्रशिक्षण को लेकर एसपी ने कहा कि यह प्रशिक्षण बेहद जरुरी और महत्पूर्ण था, क्योंकि ऐसे किसी हादसे में पुलिस ही फर्स्ट रिस्पांसडर की भूमिका में होती है और पुलिस कर्मी पहले से प्रशिक्षित हो, तो किसी की जान को बचाया भी सकते है।
26 थानों के पुलिस पदाधिकारियां को जानकारी देते हुए क्षेत्रिए आपदा रिस्पांस टीम के पदाधिकारियां और चिकित्सक डा. महर्षि ने कहा कि सड़क हादसों को रोक पाना संभव नहीं। और अब इसमें वृद्धि ही हो रहा है, लेकिन जानकारी मिलने के तुंरत बाद पुलिस पदाधिकारी ही घटनास्थल पहुंचते है। ऐेसे में घटनास्थल पहुंचने वाले पुलिस पदाधिकारी अगर फौरी तौर पर तुंरत किसी घायल को प्राथमिक उपचार देना शुरु करें, तो संभव है कि जख्मी व्यक्ति के जीवन को सुरक्षित किया जा सकता है।