कुष्ठ रोग से बचाव को लेकर दिया गया प्रशिक्षण
- सहिया दीदी और बिटीटी को दी गई कुष्ठ रोगियों को चिन्हित करने की जिम्मेवारी
गिरिडीह। गावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को सहिया दीदी व बिटीटी को कुष्ठ रोग से बचाव को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण जिला कुष्ठ पदाधिकारी डॉ केडी मुर्मू और डीपीएमआर को-ऑर्डिनेटर कामेश्वर बेसरा के द्वारा दी गई। प्रशिक्षण में सहिया दीदी और बिटीटी को बताया गया कि कैसे कुष्ठ रोगियों को चिन्हित करना है, कुष्ठ रोग होने पर किस प्रकार का लक्षण दिखाई देता है। इसको लेकर सहिया दीदी को चित्रांक के जरिए भी उन्हें समझाया गया। डीपीएमआर को-ऑर्डिनेटर कामेश्वर बेसरा ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि कुष्ठ रोग को छुपाना नहीं चाहिए। क्योंकि देर से इलाज शुरू होने पर विकलांगता होने की संभावना बनी रहती है। सहिया दीदी और बीटीटी को ग्रामीण क्षेत्रों में कुष्ठ रोगियों को पहचान करने एवं प्रेरित करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा कुष्ठ रोग के कारण विकलांग हो चुके लोगों को अस्पताल बुलाया गया और उन्हें सेल्फ केयर के बारे में बतलाया गया तथा सेल्फ केयर कीट भी दिया गया। जिससे उनके विकलांगता का स्तर और अधिक न बढ़े व ठीक-ठाक रहे।
मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ चंद्रमोहन प्रसाद, प्रखंड कुष्ठ नोडल कर्मी शिशिर उपाध्याय, बिटीटी राजदा खातून, तमन्ना परवीन, शिशिर उपाध्याय, किरण देवी, गीता देवी, अन्नू देवी, विमली देवी समेत कई उपस्थित थी।