बेटे के साथ ट्रैन से कटकर सुसाईड करने जा रही महिला को सरिया के रेलवे स्टाॅफ ने बचाया, किया जीआरपी के हवाले
गिरिडीहः
दूधमुंह बच्चे के साथ ट्रैन से कटकर सुसाईड करने का प्रयास करने वाली महिला को गिरिडीह के सरिया के चाौबे हाॅल्ट के कैंपिग स्टाॅफ वक्त रहते बचाने में सफल रहा। महिला अपने बच्चे के साथ सरिया रेलवे स्टेशन के चैबे हाॅल्ट के समीप ट्रैन से कटने जा रही थी। लेकिन वक्त पर चैबे हाॅल्ट के कैपिंग स्टाॅफ की नजर महिला और उसके बच्चे पर पड़ी। इसके बाद कैंपिग स्टाॅफ ही दोनों को पकड़ कर अपने कैबिन ले गया। जिस वक्त महिला और उसके बच्चे को रेलवे स्टाफ ने ट्रैन से कटने से बचाया। उस वक्त उस रुट से कुछ देर में सुपरफास्ट ट्रैन गुजरने वाली थी। इधर इसकी जानकारी इस दौरान जब स्थानीय ग्रामीणों को मिली। तो वहां एक साथ कई ग्रामीण पहुंच गए। और बच्चे को गोद लेने का प्रयास करने लगे। इस दौरान जानकारी मिलने के बाद सरिया जीआरपी की पुलिस भी घटनास्थल पहुंची। और ग्रामीणों को वहां से डांट-फटकार कर भगाया। सरिया जीआरपी के अनुसार महिला बंगाल के आसनसोल की रहने वाली है। क्योंकि चाौबे हाॅल्ट के कैंपिग स्टाॅफ द्वारा पूछताछ किए जाने पर महिला बांग्ला भाषा में बात कर रही थी। रेलवे स्टाॅफ द्वारा बचाई गई महिला पहले धनबाद की रहने वाली बताई गई। लेकिन महिला के पास मौजूद कुछ कागजातों से उसकी पहचान आसनसोल निवासी चंडी कर्मकार की पत्नी लेतली कर्मकार के रुप में किया गया। सरिया जीआरपी द्वारा सूचना दिए जाने पर महिला का पति भी सरिया जीआरपी पहुंचा। लेतली कर्मकार के पति चंडी कर्मकार ने बताया कि उसकी पत्नी का मानसिक स्थिति अच्छी नहीं है। क्योंकि उसकी पत्नी लेतली बीतें रविवार को ही घर से निकली थी। बेटे के साथ निकली उसकी पत्नी को आसनसोल में कई जगहों पर तलाशा गया। लेकिन उसकी पत्नी यहां कैसे पहुंच गई। यह उसे भी जानकारी नहीं। इधर सरिया जीआरपी ने पूरी जानकारी लेने के बाद महिला व उसके बेटे को उसके पति के हवाले कर दिया।