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कोडरमा सांसद के केन्द्रीय शिक्षा राज्यमंत्री बनते ही लोगों की बढ़ी उम्मीदें

दूसरा सैनिक स्कूल व नवोदय विद्यालय को लेकर जगी उम्मीद

कुलदीप

कोडरमा। कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी के केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री बनने से कोडरमा ही नहीं पूरे प्रदेश में खुशी की लहर है। उनके शिक्षा राज्यमंत्री बनने से राज्य में शिक्षा की कमी को सकारात्मक सोच के साथ धरातल पर लाने की उम्मीद भी जगी है। मालूम हो की कोडरमा की संसद अन्नपूर्णा देवी शिक्षा के क्षेत्र में कई पहल कर चुकी है। उनके चाराडीह स्थित आवास के निकट ही उनके दिवंगत पति रमेश यादव के नाम से उच्च विद्यालय और फरेन्दा में रमेश यादव बीएड कॉलेज संचालित है। जहां से कई लोग शिक्षक बन अपनी सेवा दे रहे हैं और आगे भी बनेंगे। शिक्षा के क्षेत्र में गहरी सोच रखने वाली कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी से कोडरमा ही नहीं पूरे राज्य के लोगों को केंद्र और राज्य के बीच समन्वय बनाकर शिक्षा के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई की ओर ले जाने की उम्मीद है।

शहरी क्षेत्र में नवोदय विद्यालय की उठने लगी है मांग

राज्य का एकमात्र सैनिक स्कूल तिलैया डैम में 50 वर्षों से पहले से संचालित हो रहा है। अब लोगों को उम्मीद है कि झारखंड प्रदेश में दूसरा सैनिक स्कूल भी संचालित हो और इस वर्ष सैनिक स्कूल में बालिकाओं को भी सैन्य शिक्षा में बढ़ावा मिले। बिहार में 2 सैनिक स्कूल नालंदा और गोपालगंज में संचालित हो रहे हैं। झारखंड में भी दूसरे सैनिक स्कूल बनने से लोगों को लाभ मिलेगा वही नवोदय विद्यालय जोकि ग्रामीण क्षेत्रों में ही संचालित हो रहे हैं इसे शहरी क्षेत्रों में संचालित करने की मांग उठने लगी है। नवोदय विद्यालय शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में होने से छात्र छात्राओं को इसका भरपूर लाभ मिल सकेगा। जबकि प्रदेश भर में एक नेतरहाट विद्यालय और एक इंदिरा गांधी आवासीय विद्यालय को राज्य के प्रत्येक जिले में खोलने की जरूरत है। लोगों को शिक्षा के क्षेत्र मे एक बेहतर प्लेटफार्म मिल सके। कोरोना काल में एक नई शिक्षा नीति सामने उभर कर आई है जोकि ऑनलाइन तक सिमट गई है।

शिक्षा के लिए भाजपा, आरएसएस का रहा है रचनात्मक पहलू

भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस का शिक्षा के क्षेत्र में रचनात्मक पहलू रहा है। आरएसएस के द्वारा विद्या भारती के तहत सरस्वती शिशु मंदिर एकल विद्यालय सहित कई विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। वही कोरोना काल में देश को जरूरत है कि देश भर के सभी जिलों में नर्सिंग के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो ताकि हमारी युवा पीढ़ी चिकित्सक और नर्स सेवा के लिए आगे आ सके। वही खासकर झारखंड प्रदेश में यह देखा जा रहा है की उच्च शिक्षा के साथ-साथ मिडिल क्लास में शिक्षकों की घोर कमी है। यहां तक कि हाई स्कूलों में प्राचार्यो की प्रतिनियुक्ति नहीं है। प्रभारी प्रधानाचार्य के जरिए विद्यालय चलाए जा रहे हैं और कॉलेजों की भी स्थिति यही है। शिक्षकों के पद खाली हैं घंटी आधारित व्याख्याताओं को रखा गया है ।विद्यालयों के अलावा महाविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की जानी चाहिए ताकि शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त हो सके। वही बीएड कॉलेजों में मेघा सूची बनाने का अधिकार उसी कॉलेज को देने की जरूरत है ताकि स्थानीय बच्चों को इस क्षेत्र में आगे आकर सेवा देने का मौका मिले।

करमा में प्रधानमंत्री कर चुके हैं मेडिकल काॅलेज का शिलान्यास

बता दें कि 2014 से 2019 में रघुवर दास की सरकार में डॉक्टर नीरा यादव शिक्षा मंत्री का पद संभाल चुकी है और कोडरमा में इस दौरान खनन संस्थान में इंजीनियरिंग कॉलेज, डोमचांच में महिला महाविद्यालय तथा पूर्व सांसद रविंद्र राय के कार्यकाल में करमा में मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं। ऐसे में केंद्रीय शिक्षा मंत्री अन्नपूर्णा देवी का ध्यान यहां चिकित्सकों की पढ़ाई जल्द से जल्द शुरू हो इसके लिए क्षेत्र के लोगों को उम्मीद है।यहां यह भी बताते चलें कि मंगलवार के दिन कोडरमा के लिए केंद्रीय मंत्री बनने के साथ साथ बोकारो के रहने वाले आदित्य रंजन उपायुक्त के रूप में पदभार ग्रहण किए हैं।प्रशासनिक और जनप्रतिनिधि कड़ी अगर सही बैठी तो कोडरमा आने वाले दिनों में जिस तरह माएका और विविध भारती में अपनी पहचान बनाई थी। उसी तरह शिक्षा के क्षेत्र में एक हब के रूप में जाना जाएगा।

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