वन विभाग की टीम ने तिसरी के थानसिंहडीह में की छापेमारी, आरा मिल को किया ध्वस्त
- कई प्रकार की बेशकिमती लकड़ियां की गई बरामद
गिरिडीह। वनविभाग के तिसरी-गांवा के वनरक्षी टीम ने रेंजर अनिल राम के नेतृत्व में छापेमारी कर थानसिंगडीह में संचालित आरा मिल को जेसीबी से ध्वस्त कर दो ट्रेक्टर सखुआ बोटा व पटरा लकड़ी जप्त की गई। छापेमारी में लोकाय पुलिस भी शामिल थे। थानसिंगडीह गांव के जंगल में दो आरा मिल धड़ल्ले से चलाया जा रहा था। जिसकी सूचना मिलने पर वनविभाग के टीम ने कार्रवाई की। वनविभाग की टीम को पहुंचने के पहले एक आरा मिल व भारी मात्रा में काटा गया लकड़ी जंगल से हटा लिया गया। दूसरे आरा मिल से भी हटाने का प्रयास किया जा रहा था, टीम के लोगो को पहुंचते ही वहां से सब भाग खड़े हुए।
बता दंे कि कुछ माह पूर्व भी संचालित तीन आरा मिल को ध्वस्त की गई थी। इसके बाद भी लकड़ी माफिया द्वारा घने जंगल का फायदा उठाकर जंगल में ही आरा मिल लगाकर बेशकीमती सखुआ, शीशम, गमहार व महुआ आदि का पेड़ को काट कर लकड़ी खपाया जाता है। चौकी, पलंग व अन्य फर्नीचर के लिये थानसिंगडीह आरा मिल से लकड़ी को पीस पीस कर बिहार सप्लाई की जाती है।
इस संबंध में रेंजर अनिल राम ने कहा कि जंगल को बर्बाद करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। लगातार छापेमारी कर आरा मिल को ध्वस्त किया जा रहा है। आरा मिल के मालिक की पहचान की जा रही है।
छापेमारी में प्रियेश विश्वकर्मा, पवन चौधरी, अभिमित राज, पवन विश्वकर्मा, अशोक यादव, पप्पू शर्मा, मुकेश दास सहित दर्जनों वनविभाग के अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।