हुआ वही जिसका था अंदेशा, भाजपा ने गिरिडीह कमेटी के लिस्ट को किया जारी, मचना शुरु हो गया घमासान
क्या रोक पाएगें जिलाध्यक्ष पार्टी के भीतर शुरु होते घमासान को
पार्टी के मुफ्फसिल पश्चिमी भाग ने किया जिलाध्यक्ष का पुतला दहन
गिरिडीहः
भाजपा के गिरिडीह कमेटी ने पदाधिकारियों का लिस्ट जारी किया। तो पार्टी में हंगामा भी होना शुरु हो गया। रविवार को मुफ्फसिल पश्चिमी भाग के नेताओं में भागीरथ मंडल ने अपने समर्थकों के साथ जिलाध्यक्ष महादेव दुबे का पुतला दहन किया। कमेटी के पूर्व अध्यक्ष ने जिलाध्यक्ष महादेव दुबे पर पैसों पर बिकने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक पार्टी विरोधी व्यक्ति मनोहरयादव को प्रखंड अध्यक्ष बना दिया गया। जबकि जिला कमेटी में रायशुमारी किया गया था। इसके बाद भी जिलाध्यक्ष ने पैसे लेकर मनोहर यादव को प्रखंड अध्यक्ष बना दिया गया। इस दौरान समर्थकों ने महादेव दुबे का विरोध करते हुए उनका पुतला दहन किया। पुतला दहन में कई समर्थक मौजूद थे। बहरहाल, शनिवार को जिलाध्यक्ष ने जिला कमेटी के जिस लिस्ट को जारी किया था। उसके दुसरे दिन ही पार्टी के भीतर भूचाल पैदा हो गया। वैसे जो लिस्ट जारी हुआ, उसके बाद पार्टी में हंगामा का माहौल शनिवार से ही बनना शुरु हो चुका था। क्योंकि लिस्ट जारी होने के बाद कई ऐसे नेता नाराज नजर आएं। जो पार्टी में सक्रिय भूमिका अदा कर चुके थे। लिहाजा, गिरिडीह भाजपा में जारी लिस्ट को लेकर हंगामा होना तय माना जा रहा था। फिलहाल, नाराजगी सिर्फ मुफ्फसिल इलाके तक सीमित नहीं है। बल्कि, कार्यकर्ताओं व समर्थकों की नाराजगी सबसे अधिक शहर नजर आ रही है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह पार्टी के जिला महामंत्री जैसे महत्पूर्ण पदों को लेकर भी है।
पूर्व सदर विधायक से लेकर कोडरमा के पूर्व सांसद के समर्थक के भीतर यह नाराजगी साफ तौर पर झलक रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि निकट दिनों में भाजपा के भीतर जिला से लेकर प्रर्देश स्तर पर घमासान मच सकता है। यह अलग बात रहा कि अगर घमासान मचा। तो संभवत जिलाध्यक्ष पार्टी के भीतर मचे घमासान को रोक सकें। इसके पीछे भी सबसे बड़ी वजह है कि अपने समर्थकों को जगह नहीं मिलने से पूर्व सांसद के साथ कई पूर्व विधायक भी जिलाध्यक्ष से खफा हो चुके है। क्योंकि जिला महामंत्री का पद अध्यक्ष ने अपने करीबी सुभाष चन्द्र सिन्हा को दे चुके है। और नाराजगी इसी बात को लेकर सबसे अधिक है कि अध्यक्ष ने बगैर सोचे-समझे जिला महामंत्री का पद के लिए एक ऐसे चेहरे पर भरोषा कर लिया। जो जिलाध्यक्ष महादेव दुबे के साथ सक्रिय हुए थे।